लाखों के लूटकांड का खुलासा: कारोबारी का ही पूर्व कर्मचारी निकला लूटेरा

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। कारोबारी मनोहर के घर हुई लूटकांड का पुलिस ने 12 दिन बाद खुलासा कर दिया है। डाका डालने वाले शातिर कारोबारी का हा पूर्व कर्मचारी था। पुलिस ने इस मामले में दो लूटेरे रवि भोषले और दीपक यादव को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्रीन पार्क कॉलोनी में 15 दिसंबर की शाम लाखों रुपये के जेवहरात लूटे गये थे। लूट में दो नकाबपोश युवक के शामिल होने की खबर मिली थी। दोनों घटना के दौरान एक महिला के हाथ-पांव बांधकर जख्मी कर दिया गया था। रियायशी इलाके में हुए इस लूटकांड ने पुलिस के लिए भी चुनौती खड़ी कर दी थी।

दरअसल 15 दिसंबर की शाम कारोबारी मनोहर आडवाणी घर से बाहर गये हुए थे, जबकि घर में उनकी पत्नी पार्वती मौजूद थी। तभी सूनापन का फायदा उठाते हुए दो लूटेरे घर में दीवार फांदकर दाखिल हो गये और फिर घर में मौजूद महिला के हाथ-पांव बाध दिये और फिर अलमारी में रखे लाखों के गहने और अन्य कीमती समान लूटकर फरार हो गये। लूट की वारदात के दौरान महिला से मारपीट भी की गयी थी, जिसमें वो लहूलुहान हो गयी थी। पुलिस ने इस लूटकांट की तफ्तीश शुरू की। एसपी प्रशांत अग्रवाल के निर्देश पर 10 अलग-अलग टीम बनायी गयी। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये, आसपास के लोगों से पूछताछ की गयी, संदेहियों से पूछताछ और अन्य इलेक्ट्रानिक और टेक्निकल साक्ष्यों के आधार पर पुलिस इस मामले में पहुंची कि वारदात में कोई करीबी शामिल हैं।

पुलिस ने इस संदेह के आधार पर जब कारोबारी के पूर्व कर्मचारियों की तरफ जांच की सुई बढ़ी तो जांच के दायरे में रवि भोसले भी आया। रवि भोसले कारोबारी विनोद के यहां कर्मचारी था। हालांकि वो पिछले कुछ दिनों से वो काम छोड़ चुका था। रवि से जब कड़ाई से पूछताछ से शुरू की, उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। विवाद के बाद उसे काम से हटा दिया गया था। रवि ने इसी खुन्नस में अपने दोस्त दीपक के साथ लूट की प्लानिंग कर ली।

रवि भोषले के मुताबिक वो प्लान के मुताबिक मनोहर सेठ के घर ग्रीन पार्क पहुंच गया। मनोहर अपने स्कूटी से जब कहीं चला और घर में उनकी पत्नी रह गयी तो मौका देखकर दीपक और रवि घर में दाखिल हो गये और फिर लेडी के हाथ पांव बांध दिये, लेकिन उसने चिल्लाने की कोशिश की तो उसके सर को पलंग से मार दिया, जिसके बाद खून बहने लगा। महिला के बेहोश होते ही लूटेरों ने गहने और पैसे लूट लिये और फरार हो गया। लूट के बाद रवि और दीपक ने समान और पैसे आधे-आधे बांट लिये और फिर छुप-छुपकर रहने लगे इसी दौरान पुलिस ने दोनों को तबोच लिया।