दो साल पहले हुई थी शहीद जवान सुखराम फरस की शादी, घर में मातम

Chhattisgarh Crimes

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में 23 जवान शहीद हुए हैं। सीआरपीएफ के साथ इस हमले में एसटीएफ के जवान भी शहीद हुए हैं। शहीद जवानों के परिवार तक शहादत की खबर पहुंचा दी गई है। गरियाबंद जिले के मौहदा गांव के रहने वाले एसटीएफ जवान सुखराम फरस भी इस हमले में शहीद हुए हैं। रविवार को जिले के अधिकारी उनके घर तक शहादत की खबर देने पहुंचे थे। उसके बाद घर में मातम पसर गया।

दरअसल, गरियाबंद जिला मुख्यालय से 40 कीमी दूर ग्राम मोहदा के एसटीएफ जवान सुखराम फरस नक्सली हमले में शहीद हो गए हैं। उसके बाद पुलिस अधिकारी घटना की जानकारी देने उनके परिवार के पास पहुंचे हैं। सुखराम फरस दो भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। पत्नी और बच्चा गांव में ही रहती है। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई है।

एसटीएफ जवान सुखराम फरस की दो साल पहले ही शादी हुई है। अभी एक साल का बच्चा है। पति की शहादत की खबर मिलते ही पत्नी दहाड़ मारकर रोने लगी। घर की महिलाएं उन्हें संभालने में लगी थीं। वह कुछ बोल भी नहीं पा रही थी। एक साल के मासूम बेटे को गोद में लेकर रोए जा रही थी। वहीं घर के लोग संत्वाना देने में लगे थे। शहीद की पत्नी बार-बार बेसुध हो जा रही थी। बेटे की शहादत की खबर लेकर आए अफसरों के बीच में सुखराम फरस के पिता मौन बैठे थे। वह भी कुछ बोल नहीं पा रहे थे। बहू की चीत्कार सुन आंगन के बीचोबीच कुर्सी लगाकर चुपचाप बैठे थे। गांव के लोग सांत्वाना देने के लिए वहां पहुंच रहे थे। आंगन में बैठे पिता सब कुछ देख रहे थे, मगर कुछ बोल नहीं पा रहे थे।

वहीं, शहीद की मां भी एक कमरे में चुपचाप बैठी थी। परिवार के लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि पल भर में इस घर की खुशियां कैसे छिन गई। शहीद सुखराम फरस तीन भाई हैं। तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर पर थे। अब गांव के लोगों को शहीद के पार्थिव शरीर का इंतजार है। उम्मीद की जा रही है कि सोमवार शाम तक पार्थिव शरीर पहुंचेगा। शहीद के छोटे भाई तुकाराम ने कहा कि भाई देश के लिए शहीद हुआ है। हमें उसकी शहादत पर गर्व है। यह जिले और गांव के लिए सम्मान की बात है।