‘मेरे पिता ने मुझे और मेरी 3 बहनों को रोहतास के एक दलाल को बेचा था

‘मेरे पिता ने मुझे और मेरी 3 बहनों को रोहतास के एक दलाल को बेचा था। वह नटवर बाजार की नौटंकी में डांस का काम दिलाने के नाम पर ले गया था, लेकिन कुछ दिनों बाद देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया। धंधा करने से मना करने पर पीटा। झोपड़ी जैसे मकानों में रखते थे। एक कमरे में 5-5 लड़कियां रहती थीं।’

ये बातें रोहतास से रेस्क्यू कर छत्तीसगढ़ लाई गई 41 लड़कियों में से एक नाबालिग मोना (बदला हुआ नाम) ने अफसरों को बताई है। सभी लड़कियों को रायपुर लाया गया है। SSP रैंक के अफसर और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों की निगरानी में रखा गया है।मां की मौत के बाद पिता ने अकेले छोड़ दिया

छत्तीसगढ़ पुलिस के एक अफसर ने बताया कि 7 फरवरी को रोहतास में रेड पड़ी, तो मोना ने पुलिस को आपबीती बताई। इसके बाद रोहतास पुलिस ने छत्तीसगढ़ पुलिस को जानकारी दी। जब छत्तीसगढ़ पुलिस 41 लड़कियों के पास पहुंची, तो उसमें मोना और उसकी बहनें भी थीं।

इस दौरान छत्तीसगढ़ पुलिस के सामने मोना फूट-फूटकर रोने लगी। उसने बताया कि उसकी उम्र 17 साल है। रायपुर में एक सड़क के किनारे उसका परिवार रहता है। उसकी 5 बहनें और एक भाई है। मोना घर में सबसे बड़ी है। 4 साल पहले मां की मौत हो गई। पिता ने मुझे और मेरी बहनों को मां की मौत के बाद अकेले छोड़ दिया।

मोना ने बताया 3 साल पहले पिता एक व्यक्ति को लेकर उसके पास आए। उन्होंने बताया कि ये नौटंकी और डांस प्रोग्राम करवाते हैं। इनके यहां पर नाचने का काम है। तुम और तुम्हारी तीनों बहनों को इनके यहां काम मिल जाएगा। तुम्हारी छोटी बहन और छोटा भाई, फिर अच्छे तरीके से रह सकेंगे।एक व्यक्ति के साथ सोने के लिए बोला गया

मोना और उसकी बहनों को डांस सिखाया गया। 3 महीने में चारों बहन स्टेज में नाचने लगी। इसी बीच उसके मैनेजर ने उससे एक पार्टी के साथ सोने के लिए बोला। मोना ने मना किया तो उसके साथ मारपीट की गई। उसे बताया गया, कि तेरे पिता ने बेचा है। तुझे हमारी बात माननी पड़ेगी।

मोना और उसकी बहनों को लगातार प्रताड़ित किया गया और उनसे गंदा काम करवाया गया। रोहतास से रेस्क्यू की गई मोना ने बताया, कि जब शुरुआत में स्टेज परफार्मेंस देना शुरू किया, तो मेरे से छेड़खानी की गई। डांस के दौरान लोगों का जहां मन होता था, वो छूते थे।मोना ने बताया, कि नटवार स्टेज में डांस के अलावा देह व्यापार करने के लिए दबाव बनाते थे, जो लड़कियां शरीर से अच्छी नहीं दिखती थी, उन्हें रेस्टोरेंट और होटल में वेटर बना दिया जाता था। इन लड़कियों को मिलने वाली सैलरी नटवार के पास पहुंचती थी। कुछ पैसा देते थे, बाकी अपने पास रख लेते थे।

लड़कियों को नटवार बस्ती से अकेले जाने की इजाजत नहीं थी। नटवार लड़कियों के अपने साथ ले जाते थे और वापस लाते थे, जो लड़कियां इस नियम का पालन नहीं करती थी, उन्हें नटवार प्रताड़ित करते थे।मोना के पिता और दलाल तलाश में पुलिस

मोना का रेस्क्यू करके रायपुर लाने वाले अफसर ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया, कि नाबालिगों से जुड़ा हुआ मामला है, इसलिए हर कार्रवाई पूरी सावधानी से की जा रही है। नाबालिगों को अभी महिला बाल विकास विभाग की मॉनिटरिंग में रखा गया है।

नाबालिगों के पिता और दलाल की तलाश की जा रही है। नाबालिगों को बेचने वाले आरोपी पिता और दलाल पर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।डांस ग्रुप के ठिकानों पर रेड के दौरान मिलीं 41 बच्चियां

9 मार्च को रोहतास जिले के नटवार पुलिस ने नटवार बाजार में 2 डांसर ग्रुपों के ठिकाने पर छापेमारी की थी। दोनों ठिकानों से छत्तीसगढ़ से आई 41 नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया। इनके साथ चार लड़कों को भी बरामद किया गया। पुलिस ने इस कार्रवाई में पांच लोगों को हिरासत में लेकर मामला दर्ज किया है।

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