मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद मिनीमाता को उनकी पुण्य तिथि पर अर्पित की विनम्र श्रद्धांजलि
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद मिनीमाता ने अपना पूरा जीवन मानव समाज के उत्थान और महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए समर्पित कर दिया। मिनीमाता सामाजिक सुधारों का प्रतीक थीं। छत्तीसगढ़ सरकार मिनीमाता के आदर्शो पर चलकर महिला उत्थान के काम कर रही है। उनके आदर्शो पर चलकर ही हमें समृद्ध छत्तीसगढ़ बनाना है।
मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने निवास पर मिनीमाता की पुण्य तिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इस आशय के विचार प्रकट किए। इस अवसर पर श्री बघेल ने अपने रायपुर निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से न्यू राजेन्द्र नगर स्थित सांस्कृतिक भवन परिसर में लगभग 44 लाख रूपए की लागत से नवनर्मित मिनीमाता स्मृति वातानुकूलित भवन का लोकार्पण किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने की।
कार्यक्रम का आयोजन गुरू घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी और समस्त सतनामी समाज द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि ममतामयी मॉ मिनीमाता को आज उनके स्मृति दिवस पर पूरा छत्तीसगढ़ श्रद्धा के साथ याद कर रहा है। मिनीमाता ने स्वतंत्रता संग्राम में भी योगदान दिया। उन्होेंने सामाजिक कुरीतियों, छूआ-छूत, बाल विवाह, गरीबी, दहेज प्रथा उन्मूलन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया। लोगों की तकलीफ दूर करने और उनको न्याय दिलाने के लिए वे स्वयं पहल करती थीं। उन्होंने दबे, कुचले, शोषित समाज की आवाज बुलंद की। संसद में अस्पृश्यता निवारण अधिनियम को पारित कराने में उन्होंने महती भूमिका निभाई। श्री बघेल ने कहा कि मिनीमाता को दलितों और महिलाओं के उत्थान के लिए किए गए कार्यों के लिए सदा याद किया जाएगा। मिनीमाता के योगदान को चिरस्थाई बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के हसदेव बांगो बांध का नामकरण मिनीमाता के नाम पर किया गया। छत्तीसगढ़ सरकार ने गांवों में घर-घर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए मिनीमाता अमृत धारा योजना की शुरूआत की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर समाज के प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुत की गई विभिन्न मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री निवास पर उपस्थित नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और गरीबों के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की अस्मिता की प्रतीक मिनीमाता सहित प्रदेश के महापुरूषोें का सपना पूरा करने की दिशा में काम कर रही है। कार्यक्रम स्थल से कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर ने भी सम्बोधित किया। गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी एवं सतनामी समाज के प्रदेशाध्यक्ष के.पी.खण्डे ने समाज की विभिन्न मांगे रखीं। डॉ. डहरिया ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया।
कार्यक्रम स्थल पर कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती शकुन डहरिया, गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी एवं सतनामी समाज के महासचिव जे.आर.सोनी, कोषाध्यक्ष डी. एस. पात्रे, सचिव जी. आर.बाघमारे, प्रवक्ता चेतन चंदेल, समाज के जिला अध्यक्ष सुंदर जोगी, सतनामी समाज के विशिष्टजन और प्रतिभावान छात्र-छात्राएं एवं उनके पालक इस अवसर पर उपस्थित थे। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने इस कार्यक्रम के बाद न्यू राजेन्द्र नगर कार्यक्रम स्थल पहुंचकर वहां सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए महिलाओं और प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया।