भाजपा की महतारी हुंकार रैली को माताओं ने नकारा : कांग्रेस

 कांग्रेस की सरकार बनने के बाद महिलाओं के प्रति अपराधों में 62 प्रतिशत की कमी आई

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये कांग्रेस नेताओं ने भाजपा की रैली पर प्रहार किया। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि आज भाजपा ने उनकी महिला मोर्चा ने महतारी हुंकार रैली बिलासपुर में निकाला लेकिन एक बार फिर से भाजपा के इस काल्पनिक और मनगढ़ंत मुद्दो को जनता ने नकार दिया। भाजपा ने दावा किया था 1 लाख महिलायें आयेगी, आई बमुश्किल से 6 से 7 हजार महिलायें। भाजपा ने महिला अपराध, शराबबंदी पर रैली निकाली लेकिन हकीकत में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इन दोनों ही मामलों में स्थिति बेहतर है। छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ अपराधों में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 62 प्रतिशत की कमी आई है।  रमन सिंह के ओएसडी ओपी गुप्ता 4 साल तक लगातार एक गरीब नाबालिग युवती का सरकारी बंगले में बलात्कार करते रहे मगर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।

प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री संगठन अमरजीत चावला ने कहा कि एक बार फिर से भाजपा की एक और नेता स्मृति ईरानी ने झूठ बोला कि कांग्रेस ने शराबबंदी के लिये गंगाजल की कसम खाई थी, जबकि कांग्रेस ने सिर्फ कर्जमाफी के लिये कसम खाया था। जब रमन सिंह ने शराब का सरकारीकरण किया तब विरोध क्यों नहीं किया? छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति शराब की खपत रमन राज में देश में पहले नंबर पर था, तब रमन सिंह से सवाल क्यों नहीं किया? जब छत्तीसगढ़ में शराब का राजस्व 300 से बढ़कर 5000 करोड़ हो गया तब भाजपा महिला मोर्चा ने विरोध नहीं किया। आज छत्तीसगढ़ प्रति व्यक्ति शराब की खपत में देश में 18वें नंबर पर है। रमन राज की अपेक्षा कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अंग्रेजी शराब में 15 प्रतिशत देशी शराब में 10 प्रतिशत की कमी आई है। पत्रकारवार्ता में महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा, युवा कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल, प्रवक्ता वंदना राजपूत, मणी प्रकाश वैष्णव, अजय गंगवानी उपस्थित थे।

 स्मृति ईरानी महंगाई के खिलाफ मौन क्यों ?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि विपक्ष रहते हुये स्मृति ईरानी महंगाई के खिलाफ खूब आंदोलन किया था गैस सिलेंडर लेकर सब्जियों की माला पहनकर फोटो खिचवाया था, जब सिलेंडर की कीमत 400 रू. था तब विरोध किया था। आज सिलेंडर के दाम 1150 रू. हो गया तब स्मृति ईरानी क्यों चुप है? जब आलू, प्याज की कीमत 14 रू. थी तब स्मृति ने उसकी माला पहनी थी, आज आलू, प्याज 40 रू. है स्मृति जी क्या अब भी आलू, प्याज की माला पहनेगी? जब खाद्य तेल, सरसों के तेल की कीमत, शक्कर, आटा, दालों की कीमत आज की अपेक्षा आधी थी तब स्मृति को महंगाई अधिक लग रही थी, आज देश में महंगाई की कीमत बेतहाशा बढ़ गयी स्मृति क्यों चुप है? कब मुखर होगी?