दुर्ग जिले के नेवई गोलीकांड का मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी मुकुल सोना बिहार से गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

भिलाई। दुर्ग जिले के नेवई गोलीकांड का मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी मुकुल सोना गिरफ्तार हो गया है। पुलिस ने मुकुल को नालंदा(बिहार) से गिरफ्तार किया गया है। मुकुल 20 दिनों से पुलिस को लगातार चुनौतियां दे रहा था। आखिरकार अपने गुनाहों के दिए सबूतों के आधार पर पुलिस मुकुल तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर ली है। पुलिस आरोपी को बिहार से लेकर रवाना हो गई है। और सोमवार को पहुंच जाएगी।

बताया जा रहा है कि आरोपी पुलिस से बचते हुए शुक्रवार की रात मुगल सराय के पास चंदौली जिले के एक गांव में गोविंद नाम के युवक के साथ छिपा था। मुकुल सोना को दुर्ग पुलिस के बारे में जानकारी मिल चुकी थी, जिसके बाद वो भागने की कोशिश करने लगा। लेकिन पुलिस की टीम ने सभी तरफ से घेर कर पकड़ लिया।

एडिशनल एसपी संजय ध्रुव ने बताया कि, मुकुल व उसके साथ दो साथियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम लगातार लगी हुई थी। अलग-अलग टीम हर ऐंगल से जांच में जुटी थी। एक टीम बिहार गई। जहां तगड़ा इनपुट मिला। वहां मुकुल को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह नालंदा से अन्य किसी जगह शिफ्ट करने की तैयारी में था। बता दें कि, मुकुल की गिरफ्तारी के बाद अब नागेंद्र सिंह और मुकेश फरारी काट रहे है। पुलिस का दावा है कि दोनों भी जल्द ही गिरफ्तार हो जाएंगे।

यह था पूरा मामला

दरअसल, सारा मामला शुरू हुआ नेवई थाने के हिस्ट्रीशीटर बृजेश राय पर 5 जुलाई की रात हुई फायरिंग से। रिसाली के मरौंदा टैंक के पास रात करीब 12 बजे 3 लोगों ने बृजेश राय की कार पर फायरिंग की। गोलियां कार पर लगी और बृजेश बच गया। पुलिस ने इसे पहले कार का विवाद बताया, लेकिन CCTV फुटेज में मुकुल सोना के दिखने के बाद जांच का रुख बदल गया। पुलिस इससे पहले की आरोपियों तक पहुंच पाती, 10 जुलाई की रात नेवई भाठा में फिर गोलियां चल गईं थी।