रायपुर. 19 जुलाई को विधानसभा के मानसून सत्र में भारतीय जनता पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है। इसे लेकर मंगलवार को बीजेपी विधायकों की बैठक भी हुई। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव मामले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इससे विपक्ष का अधिकार बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष हमेशा तैयारी करता है पिछली बार भी अविश्वास प्रस्ताव लाए थे, तब इनकी संख्या 14 थी अब इस समय 13 रह गए हैं। तो फिर ला रहे हैं, क्योंकि उनका अधिकार है।
कांग्रेस इस अविश्वास प्रस्ताव को बेतुकी राजनीतिक कवायद बता रही है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने इसके जवाब में कहा कि चाहे हमारी संख्या कितनी भी हो हम जनता की आवाज उठाने से पीछे नहीं हटेंगे। विपक्ष का काम ही है जनता के मुद्दों को रखना, सरकार को आइना दिखाना, सरकार की कमी उजागर करना, जनविरोधी काम उजागर करना। प्रदेश में जो चारों तरफ भारी भ्रष्टाचार है उन तमाम विषयों को भी हम सदन में रखेंगे। अविश्वास प्रस्ताव प्रजातंत्र में विपक्ष के पास एक बड़ा हथियार है।
109 बिंदु वाला आरोप पत्र
भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर रणनीति तैयार की गई है। कौन विधायक किस मुद्दे पर बोलेगा तय किया गया है । सभी ने आपस में विचार-विमर्श कर 109 बिंदु तय किए हैं, यह आरोप पत्र विधानसभा में सरकार के खिलाफ पेश किया जाएगा । नारायण चंदेल ने कहा कि इन मुद्दों में रेत घोटाला, शराब घोटाला, पीएससी की भर्ती में हुई गड़बड़ी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में गोबर खरीदी में गड़बड़ी जैसे मामले शामिल किए गए हैं।
पहले दिन स्थगित हो गई कार्रवाई
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन मंगलवार को दिवंगत विधायक विद्यारतन भसीन और पूर्व कैबिनेट मंत्री भानुप्रताप सिंह को श्रद्धाजंलि देने के बाद सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। अब 19 जुलाई को 11 बजे फिर से सदन की कार्यवाही शुरू होगी। पहले दिन कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत कार्य मंत्रणा समिति के सदस्य मौजूद रहे। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, अजय चंद्राकर, मोहन मरकाम, बृजमोहन अग्रवाल, डॉ कृष्ण मूर्ति बांधी ने दिवंगत विधायक विद्यारतन भसीन और पूर्व कैबिनेट मंत्री भानुप्रताप सिंह को श्रद्धांजलि दी।