टाइगर के लिए आदिवासियों को विस्थापन कराने एन टी सी ए ने राज्य सरकार को भेजा जिक्र प्रस्ताव

जिसके विरोध में उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के सैकड़ो ग्रामीण 18 सितम्बर को गरियाबंद में करेंगे हल्ला बोल

Chhattisgarh Crimes

पूरन मेश्राम/मैनपुर। उदन्ती सीता नदी टाइगर रिजर्व कोर क्षेत्र के गांँवो को विस्थापन करने हेतु राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण दिल्ली द्वारा राज्य सरकार को भेजा गया प्रपत्र जिसके विरोध में शांतिमय तरीके से 18 सितम्बर 2024 दिन बुधवार को समय 11:00 बजे उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व के 51 गाँव सहित आसपास गांव के सैकडो़ ग्राम सभा सदस्यो द्वारा गांधी मैदान गरियाबंद पहुँच कर विशाल रैली सभा एवं उपनिदेशक उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व एवं जिला कलेक्टर गरियाबंद कार्यालय तक रैली के शक्ल मे पहुँच कर जिक्र प्रस्ताव को तत्काल प्रभाव से वापस लेने ज्ञापन सौंपी जाएगी।

जिसका विधीवत एसडीएम गरियाबंद को लिखित सूचनार्थ कर दिया गया है। आज 16 सितंबर सोमवार को आंदोलन को व्यवस्थित रूप देने के लिए तैयारी बैठक बम्हनी झोला में आयोजित हुआ।

जहां पर विशेष रूप से अर्जुन सिंह नायक, टीकम नागवंशी, बैजनाथ नेताम, दीपक मंडावी रुपसिंह मरकाम, वीर सिंह मरकाम, गोपाल नेताम,करण सिंह नाग, सुमेर नायक, महेश झाँकर, रविंद्र मरकाम सहित सैकड़ो ग्राम सभा के सदस्य उपस्थित रहे।

ज्ञात हो राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) का 19 जून 2024 का आदेश जिसमें 591 गांव 64801 परिवार एवं छत्तीसगढ़ के 3 टाइगर रिजर्व 126 गाँव के 10350 परिवारों के विस्थापन का जिक्र है। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उदंती टाइगर रिजर्व के मुखिया अर्जुन सिंह नायक ने कहा कि एन टी सी ए का 19 जून 2024 का आदेश जिसमें 591 गांँवो से 64801 परिवारों की विस्थापन का जिक्र प्रस्ताव है।जो कानून और संरक्षण की भावना का उल्लंघन है और इसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए।