‘ओमिक्रॉन वेरिएंट संक्रामक, लेकिन घातक नहीं’, हेल्थ एक्सपर्ट बोले-कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार रहे

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हैदराबाद: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनियाभर में दहशत मचा रखी है. हर रोज इस वेरिएंट को लेकर नई-नई जानकारियां सामने आ रही है कि यह वेरिएंट पिछले अन्य वेरिएंट से काफी संक्रामक है. इस बीच भारत के एक मेडिकल एक्सपर्ट ने कहा है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट घातक नहीं है लेकिन अत्याधिक संक्रामक होने की वजह से हमें भारत में कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए. न्यूज एजेंसी के साथ बातचीत में तेलंगाना के बीबीनगर स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ विकास भाटिया ने कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट पर अभी और जानकारियां आना बाकी है. लेकिन फिर भी हमें इस वेरिएंट के चलते कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए.

उन्होंने कहा कि राहत की बात यह है कि यह वेरिएंट ज्यादा घातक नहीं है क्योंकि दुनिया के किसी भी देश से इसे लेकर मौत की कोई खबर नहीं आई है. इस वेरिएंट से हल्के लक्षण उभर सकते हैं. दक्षिण अफ्रीका में यह देखने में आया है कि वेरिएंट के संक्रमण और बीमारी के उभरने में होने वाला अंतर ज्यादा है. यानि कि यह वेरिएंट डेल्टा के मुकाबले तेजी से लोगों को संक्रमित करता है लेकिन इसकी किलिंग पॉवर कम है.

‘कोविड-19 टीकाकरण से मिलेगी मदद’

डॉ भाटिया ने कहा कि अगर ओमिक्रॉन वेरिएंट से ऑक्सीजन लेवल कम होता है तो फिर यह चिंता की बात होगी. लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई है कि देशभर में चल रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान की मदद से ऐसी समस्या नहीं होनी चाहिए. ऑक्सीजन लेवल में गिरावट और मौत के आंकड़ों में बढ़ोतरी हमारी प्रमुख चिंता है. अगर इस तरह के हालात पैदा होते हैं तो हमें इस वेरिएंट के संक्रमण को हर हाल में रोकना होगा.

एम्स के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ भाटिया ने कहा कि भारत में हाइब्रिड इम्युनिटी काफी बेहतर है जिससे ओमिक्रॉन के खिलाफ बचाव में बेहतर सुरक्षा मिलेगा. विभिन्न सर्वे में यह दर्शाया गया है. सीरो सर्विलांस के अनुसार, 70-80 फीसदी आबादी में कोविड-19 के खिलाफ एंटीबॉडीज विकसित हो चुकी है.

बता दें कि केंद्र सरकार ने शनिवार को 5 राज्यों ओडिशा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और मिजोरम को चिट्ठी लिखकर ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते खौफ के बीच कोरोना के मामलों बढ़ोतरी होने पर चिंता जाहिर की है. फिलहाल कर्नाटक के बाद गुजरात में ओमिक्रॉन वेरिएंट का तीसरा मामला सामने आया है.