मेघालय। शिलांग में पूर्वोत्तर परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान विभिन्न विकास परियोजनाओं का पीएम मोदी ने उद्घाटन किया। इस दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने चीन को चेतावनी भी दी। पीएम मोदी ने कहा, ”हमारे लिए नॉर्थ ईस्ट हमारे बॉर्डर एरिया, आखिरी छोर नहीं बल्कि सुरक्षा और समृद्धि के गेटवे हैं। राष्ट्र की सुरक्षा भी यहीं से सुनिश्चित होती है और दूसरे देशों से व्यापार भी यहीं से होता है।”
इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी निशाना साधा और उनपर सीमावर्ती गांवों को पीछे करने का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा, ”फुटबॉल में अगर कोई खिलाड़ी खेल भावना से नहीं खेलता तो उसे रेड कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया जाता है। ऐसे ही पिछले 8 वर्षों में हमने नॉर्थ ईस्ट के विकास के रास्ते में अनेक रुकावटों को रेड कार्ड दिखा दिया।”
पीएम मोदी ने कहा कि खेलों को लेकर हमारी सरकार नई नीति लेकर आई है। हमारी प्राथमिकताओं, संकल्पों और कार्य संस्कृति में बदलाव आया है। कनेक्टिविटी से विकसित भारत का इरादा है। सबके प्रयास से भारत के विकास का हमारा संकल्प है। प्राथमिकता अभाव को दूर करने की है। दूरियों को कम करने की है। युवाओं को अधिक अवसर देने की है। पीएम ने कहा कि 2014 से पहले फीते काटने वाले पूर्वोत्तर आते आते थे।
शाह बोले- मोदी PM बनने के बाद 50 से ज्यादा बार यहां आए
शाह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- हमने प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में NEC की बैठक संपन्न की है। प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल NEC के कार्यों की सराहना की है, बल्कि क्षेत्र के विकास का रोड मैप भी तैयार किया है। अब हर 15 दिन में एक मंत्री नॉर्थ ईस्ट का दौरा करता है और नरेंद्र मोदी जी ने PM बनने के बाद 50 से ज्यादा बार इस क्षेत्र का दौरा किया है।
शाह ने कहा- पहले पूरा पूर्वोत्तर शटडाउन, हड़ताल, बम विस्फोट और गोलीबारी के लिए जाना जाता था। विभिन्न संगठनों के उग्रवादियों ने पूर्वोत्तर के लोगों को प्रभावित किया, स्थानीय पर्यटन और उद्योग भी नहीं बढ़ रहे थे। 8 वर्षों के भीतर उग्रवाद की घटनाओं में 74% की गिरावट देखी गई है। सुरक्षाकर्मियों पर हमलों की घटनाओं में 60% की कमी आई है। जहां तक नागरिक मौतों का संबंध है, यह 89% कम हो गई है और लगभग 8,000 युवाओं ने आत्मसमर्पण किया है। यह पीएम नरेंद्र मोदी की एक बड़ी उपलब्धि है।