पूरन मेश्राम। मैनपुर। छत्तीसगढ़ शासन को ग्राम पंचायत सचिव के वाजिब मांगों को स्वीकार करते हुए उनके धरना प्रदर्शन को स्थगित के लिए पहल करनी चाहिए लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र के केंद्र बिंदु ग्राम पंचायत के पूरे काम ठप्प पड़ गया है।
समस्याओं के निराकरण के लिए ग्रामीण क्षेत्र के समस्या ग्रस्त व्यक्ति किसके पास अपना गुहार लगाएं समझ से परे लगता है। इधर पंचायत सचिव प्रदेश पंचायत सचिव संगठन छत्तीसगढ के आह्वान पर अपने एक सूत्रीय मांग शासकीयकरण को लेकर 16 मार्च से सभी ब्लाॅक मुख्यालयो में ग्राम पंचायत के सचिव काम बंद कलम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गये है इसी कडी़ में मैनपुर में भी पंचायत सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए है, उनके हड़ताल में चले जाने से अब गांव में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर खतरा मंडराने लगा है काम पूरी तरह से ठप्प है।
जिसका सीधा असर ग्रामीण क्षेत्रो में देखने को मिल रहा है। क्योकि ग्राम पंचायत सचिव और गांव के विकास कार्य एक दूसरे से जुड़े हुए रहते है।
मैनपुर विकासखण्ड के 74 ग्राम पंचायतो के सचिव हड़ताल में है। जिसके कारण छत्तीसगढ़ शासन के महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरवा, घुरवा व बाड़ी सहित विभिन्न योजनाओं के काम ठप्प पड़ गये है कई ग्राम पंचायतो में ताला लग गये है और तो और गोबर खरीदी बंद हो गया है इन दिनों गांव -गांव मे रोजगारी गारंटी का कार्य चल रहा है जो प्रभावित हो रहा है।
निराश्रितो को पेंशन भुगतान, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, मनरेंगा पंजीयन, वर्मी खाद विक्रय, राष्ट्रीय आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, राशन कार्ड के कार्य प्रभावित हो रहे है साथ ही आगामी अप्रैल माह में होने वाले सामाजिक आर्थिक जनगणना के सर्वेक्षण पर भी असर पड़ेगा।
पंचायत सचिवो के हड़ताल में जाने से गांव के ग्रामीण जनो को भारी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। अपने वाजिब मांगों के लिए पंचायत सचिव ब्लॉक मुख्यालय पर डटे हुए हैं जिसमें प्रमुख रूप से अध्यक्ष प्रेमलाल ध्रुव, उपाध्यक्ष पुस्तम नागेश, श्रीमति अनिल नेताम, सचिव भूवेन्द्र यदु, कोषाध्यक्ष संतोष गुप्ता, कैलाश ठाकुर, निलाम्बर यादव, बसंत सिन्हा, पुष्पा सिन्हा, जामधर साहू, बिरेन्द्र ठाकुर, त्रिवेण नागेश सालिक राम पटेल, जलंधर राजपूत, छबिलाल कंवर, डोमेश्वरी महिलांगे, भोलाराम चक्रधारी, संजय नंदाल, दसरू जगत, योगेन्द्र यादव, निर्मल देशमुख, छबिलाल कंवर, ओमप्रकाश कोमर्रा, रामेश्वर ध्रुव, पालिसराम नेताम, नरियाराम दंता, मनोज साहू, जामधर साहू, जयसिंह ध्रुव, थानसिंह नायक, उपेन्द्र नेताम, सत्यरंजन हंसराज, विनोद बिहारी, शिवकुमार भाटी, कैलाश ठाकुर, खामसिंह, अशोक महंती, बसंत सिन्हा, अब्दुल सलाम खान, प्रेमसिंह मांझी, देवीसिंह मांझी, घनश्याम नागेश, भुनेश्वर वर्मा सहित बड़ी संख्या में सचिव संघ के सदस्य क्रमवार निश्चित अवधि में शामिल हो रहे हैं।