उत्तर प्रदेश पलायन कर रहे मजदूरों से भरी बस को पटेवा पुलिस ने पकड़ा…

बस में 30 छोटे बच्चे के अलावा 100 महिला, पुरूष सवार थे…

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद। पटेवा में बीती रात उत्तर प्रदेश ले जा रहे 130 मजदूरों से भरी एक बस को पुलिस ने पकड़ा है। उस बस में महिला, पुरूष के अलावा बच्चे भी सवार थे। पुलिस ने पलायन से जुड़े होने के कारण मामल श्रम विभाग को सौंपा दिया है। अब अफसर उन मजदूर दलालों का रिकॉर्ड खंगाल रही है जिनके द्वारा पलायन कराया जा रहा था।

पटेवा थाना के पास कल देर रात नेशनल हाईवे 53 पर पुलिस जांच के दौरान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जा रही एक बस से 30 बच्चे सहित 100 मजदूर को पलायन करने से रोक। पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि, बस में सवार सभी मजदूर हैं और ईंट भट्ठे के काम से जा रहे थे।पुलिस ने पलायन का मामला देख इसकी सूचना श्रम विभाग को दी। शनिवार की सुबह श्रम विभाग के अफसर पटेवा थाना पहुंच कर मजदूरों का बयान दर्ज किया। साथ ही जिस मजदूर द्वारा पलायन कराया जा रहा था उनके रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं कि, मजदूरों को ले जाने के लिए श्रम विभाग से जारी लाइसेंस दलालों के पास है, या नहीं।

बताया जाता है कि, बस में बैठे छोटे मासूम बच्चों के साथ उनके माता पिता पलायन कर यूपी के ईंट भट्ठे पर काम करने जा रहे थे। पुष्पराज ट्रेवल्स की बस में पटेवा, खट्टा, जलकी आदि ग्राम के 100 मजदूर और 30 बच्चे थे। जो पलायन कर यूपी के प्रयागराज जा रहे थे। जिन्हे जे के गुप्ता , नन्दू मोहंती नामक मजदूर दलाल द्वारा भेजा जा रहा था। इन दलालों एक -एक मजदूर को 20 हजार रुपये से लेकर 1लाख रुपये तक एडवांस दे कर यूपी ले जा रहे थे । जिसे पटेवा पुलिस ने पकड़ा था। इस पूरे मामले में पुलिस जहां श्रम विभाग पर ठिकरा फोडते हुए दिखाई दिए। वहीं जांच के बाद कार्यवाही की बात कही जा रहीं है।

श्रम अधिकारी देवेन्द्र राजपूत का कहना है इस मामले में जिन दो मजदूर दलाल का नाम आ रहा है उनके पास श्रम विभाग द्वारा मजदूरों को अन्य राज्य ले जाने का लाइसेंस है या नहीं जांच की जा रही है। अन्यथा उनके विरुद्ध अंतर्राज्यीय प्रवासी कर्मकार अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी। पुलिस एसडीओपी विनोद मिंज का कहना है कि, पलायन मामले में दो मजदूर दलाल जे. के. गुप्ता और एक नंदू महंती का नाम सामने आया है। श्रम विभाग से पंजीयन का परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद आगे की कार्यवाही करेंगे। बहरहाल श्रम विभाग ने सारे मजदूरों को उनके गांव वापस भेज दिया है।

Exit mobile version