रायगढ़। रायगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभा स्थल पर अफरा-तफरी मच गई है। तेज बारिश और आंधी तूफान के कारण लोग तितर-बितर हो गए हैं। हालात ये हैं कि पीएम के स्वागत के लिए समर्थकों ने जो बैनर, होर्डिंग्स लगाए थे, लोगों ने उसे उखाड़ दिया है। बारिश से बचने के लिए लोग इसका सहारा ले रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्यप्रदेश के कार्यक्रम के बाद रायगढ़ आने वाले हैं। यहां वे 6350 करोड़ की रेल परियोजनाएं देश को समर्पित करेंगे। पीएम मोदी की सभा कोड़ताराई एयरस्ट्रिप में होनी है।
इससे पहले आज ही प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश के बीना में भी सभा को संबोधित किया। वहां उन्होंने BPCL रिफाइनरी में 50 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले पेट्रो केमिकल प्लांट की आधारशिला रखी।
प्रदेश में अति से अति भारी बारिश की संभावना, रेड अलर्ट जारी
छत्तीसगढ़ में अति से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक रायगढ़, रायपुर, जांजगीर, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी और महासमुंद में अति भारी बारिश की संभावना है. इसके अलावा सरगुजा, जशपुर, बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, राजनांदगांव, कांकेर, बीजापुर, नारायणपुर जिलों के एक दो स्थानों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना है.
रेल परियोजनाओं की सौगात
प्रधानमंत्री लगभग 6350 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण रेल क्षेत्र की परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। पेंड्रा रोड से अनूपपुर के बीच तीसरी रेल लाइन 50 किमी लंबी है। इसका निर्माण लगभग 516 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। साथ ही चांपा और जामगा रेलखंड के बीच 98 किलोमीटर लंबी तीसरी रेल लाइन का निर्माण करीब 796 करोड़ रु की लागत से किया गया है।
तलाईपल्ली कोयला खदान को एनटीपीसी लारा सुपर थर्मल पावर स्टेशन (एसटीपीएस) से जोड़ने वाली एमजीआर (मेरी-गो-राउंड) प्रणाली भी शामिल है। 2070 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित एमजीआर प्रणाली, कोयला खदानों से बिजली स्टेशनों तक कोयला परिवहन में सुधार के लिए बनाई गई है।
क्रिटिकल केयर ब्लॉक का शिलान्यान
प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ के नौ जिलों में 50 बिस्तरों वाले ‘क्रिटिकल केयर ब्लॉक’ का भी शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत कुल 210 करोड़ रुपये की लागत से दुर्ग, कोंडागांव, राजनांदगांव, गरियाबंद, जशपुर, सूरजपुर, सरगुजा, बस्तर और रायगढ़ जिलों में 9 क्रिटिकल केयर ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा। साथ ही सिकलसेल रोग की जांच की गई आबादी को एक लाख सिकलसेल परामर्श कार्डों का भी वितरण करेंगे। सिकलसेल परामर्श कार्ड का वितरण राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन (एनएसएईएम) के तहत किया जा रहा है।