शिखादास/ रायपुर। छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ राजधानी के भगवान जगन्नाथ मंदिर पहुंची थी यहां पर उन्होंने विशेष पूजा अर्चना किया। इस दौरान उन्हें पुरंदर मिश्रा द्वारा हांथ करधा से निर्मित कोसा की साड़ी भेट किया गया।
राजधानी का भगवान जगन्नाथ मंदिर अपने आप में बहुत खास है। शहर के गायत्री नगर इलाके में स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर का निर्माण राज्य निर्माण के तीन वर्ष बाद 2003 में हुआ था। मंदिर का निर्माण पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर की तरह ही किया गया है। मंदिर का मुख्य ढांचा एक ऊंचे चबूतरे पर बनाया गया है।
मंदिर समिति के अधिकारियों के मुताबिक मंदिर निर्माण के बाद उड़ीसा से नीम की लकड़ी से बनाई गई मूर्तियों को यहां लाया गया और पूरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर के विद्वान आचार्यों ने विधिवत भगवान जगन्नाथ, भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा की मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा सम्पन कराई थी। अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा के पुरी स्थित मंदिर में जिस तरह तीन अलग-अलग रथ पर भगवान, उनके बड़े भैया और बहन को विराजित कर रथयात्रा निकाली जाती है, उसी तरह छत्तीसगढ़ का भी यह पहला मंदिर है, जहां तीन रथ पर यात्रा निकलती है।
भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की शुरुआत करने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हर साल मंदिर पहुंचते हैं। सीएम यहां सोने के झाड़ू से छेरा पहरा रस्म निभाते हैं। इसके बाद ही जगन्नाथ रथयात्रा की विधिवत शुरुआत होती है।
बता दें कि पुरन्दर मिश्रा ने भाजपा से बसना विधानसभा सीट से दावेदारी भी पेश किए है सूत्रों से पता चलता है कि पुरन्दर मिश्रा का नाम पैनल लिस्ट में है और उनको टिकट मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं। बता दें कि पुरन्दर मिश्रा पिछले 15 से 20 सालों से भाजपा से जुड़े है।