रायपुर के बूढ़ातालाब में पाथ-वे चौपाटी पर स्थानीय लोगों के विरोध के बाद रायपुर मेयर मीनल चौबे ने मंगलवार सुबह बूढ़ातालाब का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पर्यटन विभाग की तरफ से कराए जा रहे इन कार्यों को लेकर विरोध जताया।इस मौके पर नगर निगम कमिश्नर विश्वदीप, MIC सदस्य मनोज वर्मा और वार्ड पार्षद मुरली शर्मा समेत निगम अधिकारी मौजूद रहे। महापौर मीनल चौबे ने कहा कि, बूढ़ातालाब रायपुर शहर का ऐतिहासिक धरोहर है। इससे खिलवाड़ बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।छात्राओं की सुरक्षा पर पड़ेगा- मीनल
मेयर मीनल चौबे ने कहा कि, बूढ़ा तालाब में चौपाटी निर्माण का काम पर्यटन विभाग के अधीन है। लोगों के भावना के खिलाफ तालाब परिसर को पूरी तरह व्यवसाय का केंद्र बनाने की तैयारी चल रही है। हमें जानकारी मिली है कि यहां चौपाटी संचालकों की ओर से शराब परोसने की अनुमति मांगी गई है।
बूढ़ा तालाब के पास दानी गर्ल्स स्कूल और डिग्री गर्ल्स कॉलेज है। यहां चौपाटी खुलने छात्राओं की सुरक्षा और शिक्षा के माहौल पर नकारात्मक असर होगा। हम ऐसा होने नहीं देंगे।
पर्यटन विभाग व्यवसायीकरण में लगा
मीनल चौबे ने कहा कि, करोड़ों रुपए खर्च कर तालाब के आस-पास सौन्दर्यीकरण किया गया था। आज यहां ठीक तरह से लाइट चल रही है ना यहां का फाउंटेन चल रहा है। तालाब की सफाई नहीं हो पाई है। पर्यटन विभाग को बूढा-तालाब हैंड ओवर कर दिया गया है।लेकिन पर्यटन विभाग को इससे कोई लेना देना नहीं है। विभाग तालाब का व्यवसायीकरण में लगा हुआ है। निरीक्षण के दौरान हमने सभी चीजों का संज्ञान लिया है। इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। प्रकिया के तहत जो भी संभव होगा, उचित निर्णय लिया जाएगा।30 करोड़ खर्च कर किया सौंदर्यीकरण
रायपुर स्मार्ट सिटी ने करीब 5 साल पहले बूढ़ातालाब का सौंदर्यीकरण किया था। शहर के ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण पर अलग-अलग चरणों में 30 करोड़ से ज्यादा खर्च किए गए। तालाब के चारों ओर बाउंड्री, म्यूजिकल फाउंटेन, भव्य गेट लगाए गए। आज यहा पाथवे में लोहे के स्ट्रक्चर खड़े कर दिए गए है।
बूढ़ा तालाब में 2 परिक्रमा पथ बनाए
कांग्रेस शासनकाल में रायपुर स्मार्ट सिटी ने बूढ़ा तालाब में 2 परिक्रमा पथ बनाए और गाड़ियों के आने जाने को बंद कर दिया। भाजपा की सरकार आते ही पथ को आम लोगों और वाहनों के आने-जाने के लिए खोल दिया गया। तालाब और पूरे परिसर को संवारने के बाद स्मार्ट सिटी ने इसे नगर निगम को हैंडओवर कर दिया। निगम ने इसे छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग को सौंप दिया।कांग्रेस भी कर चुकी है विरोध
पूर्व महापौर एजाज ढेबर और सभापति प्रमोद दुबे समेत कांग्रेस पार्षद दल ने बूढ़ातालाब पहुंचकर तालाब किनारे चौपाटी खोलने का विरोध किया था। इस दौरान स्थानीय लोगों के साथ-साथ स्वयं सेवी संस्थाएं और छात्राओं बूढ़ातालाब में हस्ताक्षर अभियान भी चलाया।
पहले भी चौपाटी को लेकर विवाद
बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण और चौपाटी को लेकर कई बार विवाद हो चुका है। पहले बूढ़ा तालाब के अंदर नीलाभ उद्यान में चौपाटी शुरू की जा रही थी। इसे 15 साल के लिए एक निजी कंपनी को दिया गया था। कंपनी ने तालाब के पानी को भरना शुरू कर दिया।
इस बारे में एनजीटी में शिकायत की गई थी। यहां वाटर स्पोर्ट्स भी हो रहा था। कंपनी की योजना बाहर दुकानें बनाने की भी थी। विरोध के बाद ठेका रद्द कर दिया गया।