रायपुर। राजधानी रायपुर के नवनियुक्त एसपी प्रशांत अग्रवाल ने राजपत्रित अधिकारियों और थाना प्रभारियों की करीब 2 घंटे बैठक ली. इस बैठक में एसपी ने बेसिक पुलिसिंग, फरियादियों की शिकायतों को गंभीरता से लेने, गुंडे-बदमाश, ड्रग माफियाओं और सार्वजनिक शिकायत सही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही पुलिस विभागीय और निजी दिक्कतों को खुलकर बताने को कहा.
एसपी प्रशांत अग्रवाल के इस बैठक में एएसपी शहर और ग्रामीण एएसपी भी शामिल थे. इस बैठक में एसपी ने सभी थाना प्रभारियों से उनके थाना क्षेत्रों की जानकारी ली. साथ ही बैठक के बाद शहर और ग्रामीण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों से बातचीत भी की. इस बैठक के बाद थाना प्रभारियों के रवैये से ये तो साफ समझ आ रहा है कि नवनियुक्त एसपी फील्ड वर्क पर भरोसा करते हैं. एसपी ने बैठक में एक-एक कर थाना प्रभारियों से उनका परिचय लिया और थाना क्षेत्र की ऊपरी जानकारी मांगी है.
रायपुर के नवनियुक्त SP प्रशांत अग्रवाल का नाम प्रदेश के लोगों के लिए कोई नया नहीं है. प्रदेश के विभिन्न जिलों में सेवाएं दे चुके प्रशांत अग्रवाल वर्ष 2008 में भारतीय पुलिस सेवा के लिए चयनित होने के बाद दो वर्ष के प्रशिक्षण उपरांत 2010 में छत्तीसगढ़ काडर में शामिल हुए. अपने 11 साल की सेवा में आईपीएस प्रशांत अग्रवाल ने अनेक महती, जिम्मेदारी और चुनौतियों के भरे दायित्वों का निर्वहन किया. अपने कार्यकाल के साढ़े छह साल उन्होंने माओ प्रभावित इलाकों में बिताए, इसमें देश के 30 सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों में शामिल बीजापुर और राजनांदगांव जिले में पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी निभाई.