डिप्टी कलेक्टर, डीएससी समेत अन्य के 246 पदों के लिए राज्य सेवा परीक्षा 2024 आयोजित की जा रही है। प्रारंभिक परीक्षा 9 फरवरी को हुई थी। पिछले दिनांे मॉडल आंसर जारी किए गए थे। दावा-आपत्ति के बाद सामान्य अध्ययन के पेपर में तीन और एप्टीटयूड टेस्ट यानी पेपर-2 में 1 प्रश्न को विलोपित किया गया। इसके आधार पर प्रीलिम्स के नतीजे जारी हुए। इसके रिजल्ट के आधार पर विज्ञापित पदों का 15 गुणा यानी 3690 परीक्षार्थियों का चयन मुख्य परीक्षा के लिए होना था। लेकिन वर्गवार, उप वर्गवार पात्र उम्मीदवारों की उपलब्धता के आधार पर 3737 मेंस के लिए सिलेक्ट हुए हैं। मुख्य परीक्षा 26 से 29 जून तक होगी।
यह कहा एक्सपर्ट ने
पीएससी कोचिंग एक्सपर्ट अंकित अग्रवाल का कहना है कि पिछली बार की तुलना में पेपर टफ था। प्रश्नों की प्रकृति छात्रों की आशा के अनुरूप नहीं थी। इसी तरह निगेटिव मार्किंग से भी कट ऑफ गिरा है।
एक्सपर्ट हामिद खान का कहना है कि छात्रों ने पिछले साल के अनुभव के आधार पर इस बार भी ज्यादा प्रश्नांे को हल करने का प्रयास किया था। जबकि पेपर तुलनात्मक रूप से कठिन था। ज्यादा जवाब गलत होने और निगेटिव मार्किंग के कारण कट ऑफ कम हुआ।
पीएससी कोचिंग एक्सपर्ट हेमंत प्रधान का कहना है कि सीजीपीएससी 2024 के प्रीलिम्स में कट ऑफ अंक कम होने के पीछे का प्रमुख कारण यह है कि सामान्य अध्ययन के पेपर में 50 से 60 प्रश्न सरल से मध्यम स्तर के थे। शेष प्रश्नों के विकल्प इस तरह समायोजित थे जो देखने में सरल दिखते थे लेकिन यह मध्यम श्रेणी के थे। जिससे छात्रों ज्यादा से ज्यादा प्रश्नाें को हल किए एवं गलत होने पर निगेटिव मार्क्स बढ़ता चला गया। इसलिए कट ऑफ नीचे आया।
आरक्षित वर्ग का कटऑफ सौ अंक से कम
इस बार एससी, एसटी का कट ऑफ 100 से भी कम है। पिछली बार प्रीलिम्स मंे न्यूनतम 120.42 अंक पाने पर एससी कैटेगरी के उम्मीदवारों का चयन मुख्य परीक्षा के लिए हुआ था। जबकि इस बार कट ऑफ 93.47 अंक है। एसटी वर्ग का कट ऑफ पिछली बार 106.80 अंक था, इस बार 80.41 है। ओबीसी का कट ऑफ 105.84 है, पिछली बार 132.61 अंक था।
वहीं दूसरी ओर अधिकतम अंक की बात करें तो पीएससी 2023 के प्रीलिम्स में सामान्य वर्ग में अभ्यर्थी ने अधिकतम 164.87 अंक हासिल किया था। इस बार यानी पीएससी 2024 प्रीलिम्स में इस कैटेगरी में अधिकतम अंक 147.76 है।