बिलासपुर। बिलासपुर में पुलिस ने सस्ती जमीन और मकान देने के नाम पर 60 लोगों से करोड़ों रुपए वसूली करने वाले जायसवाल बंधुओं को गिरफ्तार किया है। एग्रीमेंट कर टोकल मनी लेकर आरोपी रजिस्ट्री नहीं कराते थे। परेशान लोगों ने उन्हें पकड़कर पहले जमकर पिटाई की, फिर उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया।
शहर के अलग-अलग जगहों पर सस्ती कीमत में जमीन और मकान के साथ ही कमर्शियल प्लॉट बेचने का झांसा देकर चांटीडीह के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर संतोष जायसवाल, संदीप जायसवाल और सचिन जायसवाल ने पम्पलेट छपवा लिया। फिर अलग-अलग जगहों पर ऑफिस खोलकर लोगों से बतौर एडवांस और टोकन मनी के नाम पर 20 हजार रुपए से लेकर डेढ़ से तीन लाख रुपए तक वसूली करते रहे। एग्रीमेंट कर उन्हें जमीन की रजिस्ट्री कराने का झांसा देते रहे। दलालों ने बीते 19 जुलाई को कई लोगों को जमीन की रजिस्ट्री कराने का दावा किया था और उन्हें रजिस्ट्री ऑफिस बुलाया था। लेकिन, जब लोग वहां पहुंचे तो तीनों भाई मोबाइल बंद कर गायब हो गए।
कलेक्ट्रेट में मिले तो जमकर की पिटाई, फिर पुलिस को सौंपा
सोमवार को ठगी के शिकार लोगों ने संतोष और उसके भाई संदीप को कलेक्ट्रेट के सामने पकड़ लिया। इस दौरान लोगों ने उनकी जमकर पिटाई की, फिर उन्हें पुलिस को सौंप दिया। पुलिस उन्हें बचाकर थाने ले आई। इसकी जानकारी मिलते ही उसके चंगुल में फंसे लोग सरकंडा थाना पहुंचे। उन्होंने तीनों भाइयों और उसके साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी करने की शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने उनके ऑफिस में छापेमारी की।
ऑफिस में मिला फाइल और पम्पलेट का जखीरा
टीआई जेपी गुप्ता ने बताया कि लोगों की शिकायत पर जब पुलिस ने आरोपियों के ऑफिस में छापेमारी की, तब बड़ी मात्रा में जमीन के दस्तावेज, एग्रीमेंट और पम्पेट्स मिले। उन्होंने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर ने लोगों को लुभाने के लिए अलग तरह का तरीका अपनाया था। अलग-अलग जगह बड़े ऑफिस खोल लिए थे, जहां कई स्टाफ रखे थे। यहां से ये लोग सस्ते में जमीन-मकान दिलाने का पंपलेट छपवाकर शहर और आसपास के क्षेत्रों में बंटवाते और इसी को दिखाकर लोगों को चंगुल में फंसाते थे।
60 से ज्यादा लोगों से वसूले करोड़ों रुपए, एग्रीमेंट कर नहीं कराई रजिस्ट्री
पुलिस की जांच और पूछताछ में पता चला कि प्रॉपर्टी डीलर तीनों भाई और उसके साथियों ने जमीन और मकान बेचने के बहाने ठगी की दुकान खोल ली थी। उन्होंने किसानों की जमीन को खरीदने का दावा कर लोगों को दिखाकर किसानों के नाम से ही एग्रीमेंट करते थे। इस बहाने लोगों से टोकन मनी और एडवांस लेकर जमीन की रजिस्ट्री कराने का झांसा देते थे। अब तक 60 से अधिक लोगों ने पैसे वसूली करने की शिकायत की है। पुलिस ने संतोष जायसवाल (25), संदीप जायसवाल (22) को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं सचिन जायसवाल सहित अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पहले भी जेल जा चुके हैं आरोपी
आरोपियों के खिलाफ पहले भी धोखाधड़ी और अन्य आपराधिक केस दर्ज है। जिसमें पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जेल से बाहर आने के बाद आरोपियों ने जमीन बेचने का झांसा देकर लोगों से धोखाधड़ी करना शुरू कर दिया।