22 जनवरी को राजधानी रायपुर में शक्ति प्रदर्शन करेगी आरएसएस

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) 22 जनवरी को राजधानी में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में है। रायपुर महानगर के इस आयोजन में दस हजार की संख्या में स्वयंसेवक जुटेंगे। इसे राष्ट्र चेतना संगम नाम दिया गया है। स्वयंसेवकों को संबोधित करने के लिए सह सर कार्यवाह मुकुंद सीआर आ रहे हैं।

ऐसे समय में जब छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मुद्दा गरमाया हुआ है, तब आरएसएस के इस कार्यक्रम की ओर राजनीतिक दलों के साथ-साथ खुफिया एजेंसियों की भी नजर है। बता दें कि अब तक जशपुर और उससे लगे क्षेत्र में धर्मांतरण की गतिविधियों की खबरें आती रहती थीं, लेकिन पिछले कुछ समय से बस्तर में बड़े पैमाने पर ऐसी खबरें आ रही हैं। इसी मुद्दे पर नारायणपुर में आदिवासी समाज के लोगों ने चर्च में तोड़तोड़ की है। इससे पहले ईसाई समाज के लोगों द्वारा गांव में घुसकर आदिवासियों के साथ मारपीट की बातें भी सामने आई है।

राजधानी में आरएसएस की अखिल भारतीय समन्वय बैठक के बाद सर संघ चालक डॉ. मोहन भागवत का जशपुर और अंबिकापुर में प्रवास हो चुका है। अंबिकापुर में भव्य पथ संचलन के साथ सर संघ चालक का बौद्धिक भी हुआ। इसके बाद से लगातार अलग-अलग शहरों में आरएसएस की गतिविधियां बढ़ी हैं। 22 जनवरी को ही बलौदाबाजार में पथ संचलन होना है।

जानकारों का कहना है कि साल के अंत में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं। आरएसएस की गतिविधियों में तेजी का असर भाजपा पर पड़ेगा। 2018 के चुनाव में भाजपा की हार के पीछे आरएसएस की नाराजगी को बड़ा कारण माना गया था। तत्कालीन भाजपा सरकार को आरएसएस ने जो सुझाव दिया था, उन सुझावों को नजरअंदाज किया गया। इस वजह से आरएसएस के स्वयंसेवक घर बैठ गए। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ प्रांत की समन्वय बैठक में सभी आनुषांगिक संगठनों की गतिविधियों पर बात की गई है। इससे पहले जांजगीर में समीक्षा बैठक का भी आयोजन किया जा चुका है। जाहिर है कि आरएसएस ने अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है।