मैनपुर। वेतन विसंगति दूर करने एवम अन्य मांगों को लेकर स्वास्थ्य संयोजक अब 21 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। सत्त्ता में आने से पूर्व कांग्रेस सरकार की घोषणापत्र में स्वास्थ्य संयोजकों की मांग को शामिल किया गया था पर अभी तक मांग पूरा न होने से नाराज प्रदेश के लगभग 15000 स्वास्थ्य संयोजकों ने अनिश्चितकालीन उग्र आंदोलन का मन बना लिया है।
इसके पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय भी 47 दिन का जंगी आंदोलन कर एक इतिहास रचा दिया था। स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ मैनपुर ब्लॉक अध्यक्ष खगेश कुमार साहू,उपाध्यक्ष यशवंत, रूपेंद्र ध्रुव,ब्लॉक प्रवक्ता मुकेश साहू,किशन दीवान,शिव शंकर पटेल ने लेखा शाखा कार्यालय में खण्ड चिकित्सा अधिकारी के नाम से ज्ञापन सौपा और बताया कि 21 मार्च 2022 से अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे, जिससे पूरे प्रदेश के उप स्वास्थ्य केंद्रों के साथ जिला गरियाबंद के आदिवासी ब्लॉक मैनपुर में स्वास्थ्य सेवाएं बाधित रहेंगी। जिससे नियमित गर्भवती माताओं एवं बच्चों का टीकाकरण, कोरोना टीकाकरण पूरी तरह से प्रभावित होगी साथ ही प्रसव, टीवी, कुष्ठ, मलेरिया,हाट बाजार क्लिनिक , शिशु सरक्षण माह (मिशन इंद्रधनुष) 15 से 12 वर्ष बच्चों का कोविड टीकाकरण एवं सामान्य बीमारियों का प्राथमिक उपचार स्वास्थ्य संयोजक के द्वारा किया जाता है।
जो कि 28 राष्ट्रीय कार्यकम व 14 राष्ट्रीय योजनाओं का सफल संचालन मे उनकी अहम भूमिका जग जाहिर है।
प्रदेश की ग्रामीण जनता पूरी तरह से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र पर आश्रित है ऐसे में स्वास्थ्य संयोजकों का हड़ताल में जाने से ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी ।
स्वास्थ्य संयोजकों की प्रमुख मांग में सामान शैक्षणिक योग्यता एवं प्रशिक्षण के आधार पर विभाग के समकक्ष कैडर के समतुल्य वेतनमान सम्मानजनक पदनाम प्रदेश के सभी उप स्वास्थ्य केंद्रों में कलेक्टर दर पर वार्ड आया /सफाई कर्मी की नियुक्ति ऑनलाइन डाटा एंट्री के अतिरिक्त कार्य हेतु प्रतिमाह 5000 रूपए डाटा एंट्री भत्ता हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में सी एच ओ के आधार पर इंसेंटिव वृद्धि एवं मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री के घोषणा अनुसार विशेष कोरोना भत्ता शामिल है|