नई दिल्ली. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके यूक्रेन के हालात समेत भारत-रूस के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर बातचीत की है। पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को लेकर अब तक रूस की ओर से की गई कार्रवाई और वैगनर विद्रोह के बारे में भी जानकारी दी। पीएम मोदी ने बातचीत और कूटनीति से समस्या समाधान को कहा।
यूक्रेन से लगातार 16 महीने तक युद्ध और उसके बाद अचानक अपने देश की निजी सेना वैगनर ग्रुप के विद्रोह से रूस डगमगाने लगा है। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके पूरे हालात पर बातचीत की है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बारे में हुई बातचीत की जानकारी दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी से रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने फोन पर बातचीत की है। क्रेमलिन की ओर से भी ये बड़ी जानकारी दी गई है।
क्रेमलिन के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन युद्ध को लेकर बातचीत हुई है। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी से युद्ध के हालात और हाल ही में वैगनर के विद्रोह से उपजे पूरे हालात का ब्यौरा बताया है। साथ ही ऐसी परिस्थिति में अब तक रूस की ओर से उठाए कदमों की जानकारी दी है। क्रेमलिन की ओर से ये भी दावा किया गया कि राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से यह भी बताया कि यूक्रेन नहीं चाहता कि युद्ध रोकने के लिए डिप्लोमैटिक डायलॉग हो। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की इस मंशा को लेकर भी उन्होंने काफी देर तक बात की। इतना ही नहीं पीएम मोदी और प्रेसीडेंट पुतिन ने भारत-रूस के बीच द्विपक्षीय सहयोग पर भी बेहद सकारात्मक बातचीत की है।
पीएम मोदी ने कही ये बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत के दौरान द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने यूक्रेन युद्ध के समाधान के लिए आपसी बातचीत और कूटनीति के अपने आह्वान को फिर दोहराया। इसके अलावा दोनों नेताओं ने भारत-रूस के बीच द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा की और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम को रूस के सभी हालिया घटनाक्रम की जानकारी दी। यूक्रेन के हालात पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने बातचीत और कूटनीति के जरिये रास्ता निकालने की अपील की। दोनों नेता आगे भी संपर्क में बने रहने और दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के प्रयास जारी रखने पर सहमत हुए।