मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजिम भक्ति माता जयंती महोत्सव में हुए शामिल
राजिम। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज शनिवार 7 जनवरी को त्रिवेणी संगम राजिम में आयोजित राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महोत्सव स्थल पर भगवान श्रीराम की भव्य एवं विशाल मूर्ति का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने समाज के पदाधिकारी एवं प्रतिनिधियों के साथ श्री राजीवलोचन भगवान एवं मंदिर परिसर में विराजित राजिम भक्तिन माता की महाआरती व पूजा अर्चना कर राज्य और समाज की खुशहाली की कामना की।
इस अवसर पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, विधायक धनेंद्र साहू, राजिम विधायक अमितेश शुक्ल, संसदीय सचिव सुश्री शंकुतला साहू, सांसद चुन्नीलाल साहू, तेलघानी बोर्ड के सदस्य संदीप साहू, साहू समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयदत्त क्षीरसागर, प्रदेशाध्यक्ष टहल राम साहू एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
इसके पश्चात महोत्सव स्थल पर राजिम भक्तिन माता जयंती समारोह के अवसर पर अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि साहू समाज प्रगतिशील समाज है, हम सबको राजिम भक्ति माता एवं माता कर्मा के बताएं संदेशों का अनुकरण करना होगा। उन्होंने कहा कि राजिम भक्तिन माता छत्तीसगढ़ की आराध्य देवी है।उन्होंने प्रदेशवासियों को राजिम माता भक्तिन जयंती की बधाई दी और कहा कि भक्त राजिम माता ने जिस साहू समाज को अपनी मेहनत और त्याग से संगठित किया, आज वह समाज शिक्षा, कृषि व व्यवसाय सहित सभी क्षेत्रों में संगठित तरीके से काम कर आगे बढ़ रहा है और दूसरे समाज भी उनका अनुकरण कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो प्रयागराज का महत्त्व है उसी तरह छत्तीसगढ़ के लिए राजिम का भी महत्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और आजीविका के लिए अनेक कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि राजिम को व्यवस्थित रूप में बसाने की आवश्यकता है और हम इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहे हैं। नवीन मेला स्थल की आवश्यकता को देखते हुए 54 एकड़ जमीन में इसे विकसित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब साधु संत, श्रद्धालुओं सबके लिए यहां आवास एवं अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि साहू समाज एक बड़ा समाज है। तेलघानी बोर्ड के गठन से यहां तेल के व्यवसाय को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि सभी प्राइमरी स्कूल के विकास के लिए एक हजार करोड़ रुपए और आईटीआई के लिए 12 सौ करोड़ रुपए धनराशि का अनुमोदन किया है। राज्य की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न स्थानीय त्यौहारों में अवकाश दिया गया है। अंत में उन्होंने भक्ति माता जयंती की सभी स्वजातीय जनों को बधाई दी।
इस अवसर पर धर्मस्व, गृह, जेल, लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने राजिम भक्तिन माता की जयंती एवं नववर्ष की बधाई देते हुए कहा कि साहू समाज एक संगठित समाज के रूप में जाना जाता है। यह समाज अन्य समाज को भी दिशा दे सकता है। आज साहू समाज सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने नवीन मेला स्थल में किये जा रहे विकास कार्यों की प्रगति के सम्बंध में जानकारी दी। मंत्री ने कहा कि धर्मशाला, फोरलेन सड़क, आवास शौचालय, घाट आदि के निर्माण किए जा रहे हैं। राम वनगमन पर्यटन के रूप में अभी तक ₹5 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने सामाजिक बुराई को मिटाने के लिए समाजिक जनों को आगे आने का आह्वान किया।
समारोह को महासमुंद सासंद चुन्नीलाल साहू ने संबोधित करते हुए कहा कि साहू समाज ने आदर्श सामुहिक विवाह का आयोजन कर राज्य ही नही बल्कि देश में मिशाल कायम किया है। उन्होंने कहा कि साहू समाज ने सेवा कार्य मे अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।
अभनपुर विधायक धनेंद्र साहू ने उद्बोधन में कहा कि यह साहू समाज के लिए गौरव का विषय है कि राजिम भक्तिन माता हमारे समाज की आराध्य देवी है। राजिम नगरी का नाम माता राजिम के नाम से ही पड़ा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों के लिए जो कार्य कर रही हैं, वह किसी सरकार ने नही किया। कार्यक्रम को राजिम विधायक अमितेश शुक्ल ने सम्बोधित किया, उन्होंने कहा कि साहू समाज सबको दिशा देने का काम करता है और सभी समाज को साथ लेकर चलता है। राजिम भक्तिन माता का आशीर्वाद इस क्षेत्र को मिलता रहा है। उन्हें भी हमेशा से ही समाज का भरपूर सहयोग, समर्थन और प्यार मिलता रहा है। यह समाज एक संगठित समाज है। समारोह को पूर्व सासंद चंदूलाल साहू, एवं साहू समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयदत्त क्षीरसागर एवं प्रदेशाध्यक्ष टहल राम साहू ने भी संबोधित किया।
समारोह मे संसदीय सचिव सुश्री शकुंतला साहू, अभनपुर विधायक धनेद्र साहू, विधायक राजिम अमितेश शुक्ल, गोसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राम सुंदर दास, पूर्व सांसद चंदूलाल साहू, प्रदेश साहू संघ के अध्यक्ष टहल राम साहू, उपाध्यक्ष मोहन कुमारी साहू, प्रदेश साहू संघ के उपाध्यक्ष भुनेश्वर साहू, तेलघानी विकास बोर्ड के अध्यक्ष संदीप साहू, साहू, राजिम भक्तिन मंदिर समिति के अध्यक्ष लाला साहू, संरक्षक डॉ महेंद्र साहू, डॉ रामकुमार साहू, मंदिर समिति के उपाध्यक्ष नूतन साहू, भोले साहू, समाज के पदाधिकारी, प्रतिनिधि, सदस्य और बड़ी संख्या में स्वजातीय बन्धु मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने किया राम वन गमन पर्यटन परिपथ का शुभारंभ
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राम वनगमन पर्यटन परिपथ का फीता काटकर शुभारंभ किया। यहां भगवान श्रीरामचन्द्र की 25 फिट ऊँची मूर्ति का भी अनावरण किया। उल्लेखनीय है कि राजिम में राम वनगमन पर्यटन परिपथ के विकास के लिए 13 करोड़ 12 लाख रुपये की स्वीकृति दी गयी है।इस अवसर पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, विधायक अमितेश शुक्ल, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष चित्ररेखा साहू,गो सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास, कांग्रेस नेता डीकेश्वर ठाकुर मौजूद रहे।
राजिम चौबेबांधा नवागांव मार्ग और नवीन मेला स्थल से लक्ष्मण झूला तक पहुंच मार्ग का किया भूमि पूजन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजिम में महोत्सव स्थल पर भगवान श्री राम जी की 25 फीट ऊंची भव्य मूर्ति का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने राजिम चौबेबांधा नवागांव मार्ग 3.30 किलोमीटर की लंबाई सड़क के चौड़ीकरण व मजबूती करण के लिए भूमि पूजन किया। साथ ही नवीन मेला स्थल राजिम से लक्ष्मण झूला पहुंच मार्ग जिसकी लंबाई 3.7 किलोमीटर है उसका भी भूमि पूजन किया गया। ज्ञात है कि राम वनगमन पर्यटन परिपथ के अंतर्गत त्रिवेणी संगम राजिम भी शामिल है। यहां मेला महोत्सव स्थल पर 25 फीट ऊंची भव्य मूर्ति का अनावरण किया गया। ज्ञात है कि इसे 5 महीने की अल्पावधि में तैयार किया गया है। इस भव्य एवं विशाल मूर्ति तैयार करने में ओड़िसा के 20 शिल्पकारों ने भूमिका निभाई है। इसे हाथ से तराशकर छत्तीसगढ़ के बिल्हा स्टोन से निर्मित किया गया है। इसे 8 फीट ऊंची नवनिर्मित चबूतरा में प्रतिस्थापित किया गया है। इसकी भव्यता देखते ही बनती है।