रायपुर। राजधानी रायपुर के टिकरापारा इलाके के साईं वाटिका कालोनी में रविवार तड़के दवा कारोबारी दिनेश साहू और उसके परिवार को बंधक बनाकर डकैती की घटना को अंजाम देने वालों का सुराग पांच दिन बाद भी पुलिस को नही मिल पाया है। डकैत 10 लाख से अधिक के जेवर लूटकर भागने में सफल रहे। पुलिस को शक है कि डकैतों की मदद कारोबारी के किसी करीबी ने की है।
पुलिस अब तक कारोबारी के घर के पुराने नौकरों,परिचितों के अलावा 20 से अधिक लोगों को शक के दायरे में लेकर पूछताछ कर रही है।फरार डकैतों की तलाश में ओड़िशा और मप्र में कैंप कर रही रायपुर पुलिस की दो अलग-अलग टीमों ने आधा दर्जन संभावित ठिकानों पर दबिश दी लेकिन डकैत हाथ नहीं आए।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि दवा कारोबारी दिनेश साहू के घर पर योजनाबद्व तरीके से डकैती वारदात को अंजाम दिया गया है।वारदात में साहू के किसी करीबी ने डकैतों की मदद की है,एेसी आशंका है।इस एंगल पर जांच की जा रही है। कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले है।इसके आधार पर
बाहर से बुलाए गए थे डकैत
घटनास्थल के आसपास से मिले सीसीटीवी फूटेज के आधार पर पुलिस की तफ्तीश आगे बढ़ रही है।अफसरों का कहना है कि वारदात में कोई न कोई लोकल कनेक्शन जरूर जुड़ा हुआ है।पूरी संभावना है कि घर में धावा बोलने वाले बाहरी होगे क्योंकि सभी ने अपने चेहरे को छिपा रखा था ताकि पहचान न हो सके।लोकल के साथ बाहरी पर फोकस कर पुलिस टीमे जांच कर रही है।
नहीं मिला स्कूटी
वारदात के बाद डकैत कारोबारी दिनेश साहू का स्कूटी भी साथ ले गए।अभी तक स्कूटी को कोई पता नहीं चल पाया है।पुलिस का दावा है कि छह से अधिक डकैतों ने भागने के लिए वाहन कम होने पर स्कूटी लेकर गए है।सीसीटीवी फूटेज में छह डकैत वाहन में भागते कैद दिखाई दिए है।
एसएसपी रायपुर प्रशांत अग्रवाल ने कहा, दवा कारोबारी के घर हुई डकैती की वारदात के आरोपितों की तलाश में पुलिस टीम ओड़िशा, मप्र भेजी गई है।कुछ क्लू मिले है,इसके आधार पर तफ्तीश चल रही है।घर के किसी सदस्य के डकैतों का साथ देने की संभावना कम है फिर भी इस एंगल पर भी जांच कर रहे है।फिलहाल डकैतों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।