बागबाहरा। यूँ तो प्रधानमंत्री आवास योजना बेसहारा, बेघर, कच्चे मकान में निवासरत व्यक्तियों के हित में बनाई गई है। लेकिन एक बेघर को इस योजना का लाभ इसलिए नहीं मिल पाया क्योंकि उनका नाम 2011 के सर्वे सूची में दर्ज नहीं है। उस बेघर ने गाँव में अब तक 13 सरपंच को बदलते देख चुके है। लेकिन वक्त ने उनका साथ नहीं दिया और आज भी आवास के लिए दर ब दर भटकते हुए गाँव के किसी मकान के बाहरी हिस्से में रहते हुए अपनी जीवन बिता रही है।
यह मामला है विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत बिंद्रावन की है। इस गाँव के तालाब के पास सांसद निधि से बने रंगमंच में तिरपाल डाल कर 83 वर्षीय लक्ष्मी बाई एव मानसिक रूप से कमजोर पुत्र 65 वर्षीय सावरकर वाघमारे अपना गुजर बसर कर रहे हैं। 83 वर्षीय लक्ष्मी बाई वाघमारे अपने हाल पर प्रशासन से फरियाद करते करते थक गई है, परन्तु इस वृद्ध महिला को मकान की ख्वाहिश को 2011 सर्वे सूची रूपी खग्रास ने निगल लिया है। और आज भी दर ब दर भटकने के लिए मजबूर है। पिछले एक वर्ष से यह परिवार रंगमंच में निवास कर रहे हैं। ग्रामीणों की माने तो घर नहीं होने के कारण कई वर्षों से ये परिवार गांव के अलग अलग घरों के बाहर रह कर जीवन यापन कर रहे थे लेकिन अब तक इस परिवार को प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिल पाया है ।
78 हितग्राहियों को मिला लाभ
ग्राम पंचायत बिंद्रावन की जनसंख्या 2018 के अनुसार 2152 है। वही इस ग्राम पंचायत में लगभग 78 पात्र हितग्राहियों को अब तक इस योजना का लाभ मिल पाया है जिसमे वर्ष 2017 में 08 , वर्ष 2018 में 14 , वर्ष 2019 में 17, वर्ष 2020 में 39 लोगों को ही लाभ मिल पाया है जबकि अन्य योजना के लाभ पाने के लिए कतार में है ।
दबंगों को मिल रहा आवास योजना का लाभ
ग्रामपंचायत बिंद्रावन के समीपस्थ ग्राम कोमाखान में दबंग उप सरपंच शशिकला मानिकपुरी को भी पीएम आवास योजना का लाभ मिला है जबकि शशिकला मानिकपुरी के पास स्वयं का पक्का मकान भी है। इतना ही नही अपनी दबंगई के चलते उपसरपंच शशिकला मानिकपुरी द्वारा अपने ही पड़ोसी कमलाबाई साहू के मकान को फर्जी तरीके से जियो टेग कर फर्जी तरीके से राशि का भी आहरण कर लिया है ।
लक्ष्मी बाई वाघमारे आवासहीन है, उनका नाम सर्वेक्षण सूची 2011 में नहीं होने से आवास नहीं मिल पाया है। मेरे द्वारा उनका नाम प्रस्तावित कर जनपद कार्यालय भेजा है।
लुभेश्वर पाड़े, सरपंच ग्राम पंचायत बिंद्रावनआवास सूची में लक्ष्मी बाई वाघमारे का नाम नहीं है, सरपंच द्वारा दिए पंचायत प्रस्ताव के आधार पर उनका आवास प्लस योजना में शामिल की जाएगी।
विवेक तिवारी, समन्यवक पीएम आवास योजना ज.प. बागबाहरा