ठंड में लोग जमकर ऑयली खाते हैं। सर्दी के कारण वर्कआउट कम हो जाता है। लोग ठंड के कारण फिजिकल एक्टिविटी कम करते हैं जिससे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा रहता है। अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीज हैं तो डाइट में तिल जरूर शामिल करें। सर्दियों में सफेद तिल न सिर्फ शरीर को गर्म रखने में मदद करते हैं बल्कि ये खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करते हैं। तिल में इतने पोषक तत्व पाए जाते हैं कि इसे सर्दियों का सुपरफूड कहा जाता है। तिल में प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करते हैं और दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। तिल का सेवन करने से त्वचा और बालों को भी फायदा मिलता है।
खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं सफेद तिल
सफेद तिल का सेवन करने से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद मिलती है। तिल में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। इसके अलावा सेसमोलिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो दिल को हेल्दी रखते हैं और बीपी को कंट्रोल रखते हैं। सफेद तिल हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में असरदार होते हैं।
सफेद तिल खाने के फायदे
सर्दियों में सफेद तिल से बनी चीजें खाने से कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है। तिल खाने से हड्डियां मजबूत होती है। तिल में मैग्नीशियम और जिंक भी होता है जिससे हड्डियों और जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
तिल में भरपूर फाइबर होता है जो आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। जो लोग रोजाना तिल से बनी चीजें खाते हैं उन्हें कब्ज की समस्या कम होती है। ऐसे लोगों का पेट साफ रहता है और पाचन से जुड़ी समस्याएं भी दूर रहती हैं।
तिल का सेवन न सिर्फ आपके पेट और शरीर को फायदा पहुंचाता है बल्कि इससे बाल और त्वचा भी हेल्दी बनते हैं। सफेद तिल खाने से बालों को विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं। जिससे बालों में शाइन आती है। इससे स्किन की नमी और चमक बरकरार रहती है। बालों के झड़ने की समस्या भी दूर होती है।