अजीबों गरीब मामला आया सामने: पंचायत का नाली व कूडादान हो गया चोरी, थाना पहुंचे ग्रामीण

Chhattisgarh Crimes

पूरन मेश्राम/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स मैनपुर

अभी तक हमनें अनेकों प्रकार के चोरी की घटना को सूना और देखा हैं पर कभी आपने यह सूना हैं कि कूडादान और नाली की भी चोरी हो सकती हैं। अगर आपने नहीं सूना हैं तो हम आपको बताते हैं कि कहा और कैसे यह हैरान कर देने वाला घटित हुआ हैं। प्रदेश के गरियाबंद जिला अंतर्गत मैनपुर ब्लाक मुख्यालय से 65 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत बुरजाबहाल मैं कूडादान और नाली की चोरी हो गई है और ग्रामीण और पंचायत प्रतिनिधि इसकी रिपोर्ट दर्ज कराने थाना पहुंचे तब यह मामला सामने आया। ग्रामीणों ने थाने मैं लिखित शिकायत दी हैं वही शनिवार को ब्लाक मुख्यालय भी ग्रामीण एसडीएम, पंचायत सीईओ को इसकी जानकारी देने आए थे पर शनिवार को अवकाश होने के चलते अधिकारियों से मिल नही सकें पर सोमवार को ग्रामीण फिर अपनी शिकायत लेकर ब्लाक मुख्यालय आयेंगे।

मैनपुर। ग्राम पंचायत के माध्यम से गांव की समग्र विकास के लिए शासन-प्रशासन कृत संकल्पित है। ग्राम पंचायत को हर वर्ष लाखों की राशि केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। जिनके माध्यम से विकास मूलक कार्यों सहित अति आवश्यक कार्य निष्पादित हो सके। लेकिन कम पढ़े लिखे ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों को गुमराह एवं चालाकी से ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा सरकारी कार्यों मैं हेरा फेरी कर लाखों रुपए के बंदरबाट का खेल किया जाता हैं, तभी तो एक अदना सा पंचायत सचिव 15- 20 साल के अंदर करोड़ों की संपत्ति का मालिक हो जाने के साथ ही अपने कार्यकाल के दौरान ग्राम पंचायत के कर्मचारी होने के बजाय मालिक बन कर के ग्राम पंचायत को संचालित करता है। ऐसे सचिवों पर तत्काल कड़ी कार्यवाही करते हुए शासन प्रशासन के द्वारा उनके पूरे संपत्तियों का जाँच सहित ग्राम पंचायत के लाखों रुपयों का जांच किया जाना चाहिए। दोषी पाए जाने पर तत्काल न्याय संगत कार्यवाही शासन प्रशासन के द्वारा करते हुए गड़बड़ी करने वाले पंचायत सचिव के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर जेल के सलाखों तक ले जाना चाहिए। तब कहीं जाकर हम भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में सफल होंगे, अन्यथा ऐसा खेल अनवरत रूप से चलता ही रहेगा। हम नतमस्तक हैं,,, ऐसे ईमानदार ग्राम पंचायत के सचिव पर जो वर्षों के कार्यकाल में भी ईमानदारी से ग्राम पंचायत के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाते आ रहें है।

मामला कहां का और कैसा

गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर के ग्राम पंचायत बुरजाबहाल में अजीबों गरीबो मामला सामने आया हैं। ग्राम पंचायत बुरजाबहाल में ग्राम पंचायत द्वारा बकायदा शासकीय रिकार्ड में 40 हजार रूपये की कुडादान का निर्माण और लगभग 03 लाख रूपये की नाली निर्माण किया गया है। लेकिन मौके पर न तो कुडादान है और न ही नाली है। जिसके कारण ग्राम पंचायत बुरजाबहाल ग्राम पंचायत के पंचो व ग्रामीणाें ने लिखित शिकायत करते हुए पंचायत सचिव के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही के लिए ज्ञापन देने मैनपुर पहुंचे थे। शनिवार अवकाश होने के कारण ज्ञापन नहीं दे पाए है। ग्राम पंचायत बुरजाबहाल के पंच नरसिंह सोरी, भक्ति सोरी, नीलम जगत, केशर नागेश, वरिष्ठ नागरिक रामधर नागेश, बीरसिंह बघेल, केशरी साहू ने बताया कि ग्राम पंचायत बुरजाबहाल में सरपंच और सचिव द्वारा लाखों रूपये की लागत से नाली व कुडेदान का निर्माण किया गया है, लेकिन मौके पर कुछ भी निर्माण कार्य नही किया गया है , इसलिए नाली और कुडेदान की चोरी की एफआईआर दर्ज कराने थाना में आवेदन दिया है, आवेदन में बताया गया है कि उनके गांव में बनाई गई नाली और कुडेदान चोरी हो गया है, जिसकी तलाश के लिए पुलिस की मदद् चाहिए।

संभवता यह पहला मामला होगा कि जब सरकारी धन से बनाये गये निर्माण कार्य को ढूंढने के लिए पुलिस की मदद् मांगी गई है। ग्रामीणों ने बताया कि 14 वें वित्त मद से पिछले साल 06 जून को नाली निर्माण के ऐंवज में हमित ट्रेडर्स को 1 लाख 56 हजार रूपये का भुगतान किया गया है, पंचायत रिकार्ड में बताया गया है कि यह भुगतान छबीराम के घर से ईमली पेड़ देवगुडी से नाला तक नाली निर्माण किया गया है ऐसे ही 40 हजार का भुगतान पुनीतराम सिन्हा के फर्म को कुडेदान निर्माण के लिए खरीदे गये मटेरियल के लिए किया गया है। पर वह दोनो ही निर्माण कार्य नही किये गये है, ग्रामीणाें का आरोप है जब ग्रामीण ग्राम पंचायत के सरपंच प्रमिला नेताम और ग्राम पंचायत के सचिव उपेन्द्र नेताम को निर्माण कार्य दिखाने कहा गया, तो वह आना कानी करते रहे, फिर मामले की शिकायत करने ग्रामीण थाना पहुँचें उसके बाद जनपद पंचायत मैनपुर पहुचे थे।

ग्रामीणाें का आरोप है फर्जी प्रस्ताव के आधार पर सरपंच सचिव द्वारा सरकारी राशि का आहरण किया गया है, और जब काम ही नही हुआ है, तो इंजीनियर और संबधित एसडीओ द्वारा कैसा कार्य का मुल्यांकन किया गया, साथ ही इस मामले मे जनपद पंचायत द्वारा चेक काटने को लेकर भी ग्रामीणों ने आपत्ति जाहिर किया है।ग्रामीणाें का कहना हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच किया जाए तो और भी कई मामले खुलेंगे। 23 फरवरी 2021 को कुडदान के लिए 40 हजार रूपये, 06 जून 2020 को नाली निर्माण के लिए 1लाख 56 हजार 805 रूपये इसी तरह 18 मार्च 2021 को फिर नाली निर्माण के लिए 75 हजार रूपये और 16 मार्च 2021 को नाली निर्माण के लिए 75 हजार रूपये का आहरण किया गया है, लेकिन शासकीय राशि आहरण करने के बाद पैसा का गबन कर लिया गया है, और नाली निर्माण, कुडेदान निर्माण नही किया गया है, ग्राम पंचायत बुरजाबहाल के पंचों सहित ग्रामीणों ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ़ कार्यवाही की मांग की हैं। ज्ञात हो कि किसी भी कार्य के लिए राशि आहरण के पूर्व पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में ग्राम सभा प्रस्ताव, पंचायत प्रस्ताव के बाद टेक्निकल फाइल इंजीनियर से मूल्यांकन, सत्यापन पश्चात ही राशि जारी होती है पर यहां ऐसा होता नहीं दिख रहा है।

क्या कहते है ग्राम पंचायत के सचिव

इस सबंध में चर्चा करने पर ग्राम पंचायत बुरजाबहाल के सचिव उपेन्द्र नेताम ने बताया कि नाली निर्माण और कुडेदान के लिए राशि आहरण किया गया है, लेकिन कोरोना काल के चलते निर्माण कार्य नही हो पाया है, निर्माण कार्य करवाया जायेगा ।