स्वामी अग्निवेश का निधन, लिवर सिरोसिस बीमारी से थे ग्रस्त

Chhattisgarh Crimes

नईदिल्ली। लिवर सिरोसिस बीमारी के चलते स्वामी अग्निवेश का शुक्रवार को दिल्ली में निधन हो गया। उन्होंने आज शाम 6.55 बजे अंतिम सांस ली। उन्होंने दिल्ली के एक अस्पताल में शुक्रवार शाम को अंतिम सांस ली। स्वामी अग्निवेश को सोमवार को नई दिल्ली के इंस्टिट्यूट आफ लिवर एंड बायिलरी साइंसेज में भर्ती कराया गया था। स्वामी अग्निवेश को शुक्रवार शाम 6 बजे कार्डियक अरेस्ट हुआ। उन्हें बचाने की भरपूर कोशिश की गई, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका। उन्होंने शाम 6.30 बजे अंतिम सांस ली।

कल (बृहस्पतिवार) को अस्पताल प्रबंधन ने जानकारी दी थी कि मल्टी आर्गन फेल होने से उनकी हालत में गिरावट आई है, जिससे उनकी हालत अब काफी गंभीर बनी हुई है। अलग-अलग विभागों के डॉक्टरों की बनाई एक टीम उनकी लगातार निगरानी में जुटी हुई थी। वे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें लिवर से जुड़ी परेशानी होने के कारण डॉक्टरों ने प्रत्यारोपण की सलाह भी दी थी। बता दें कि स्वामी अग्निवेश सामाजिक कार्यकर्ता के साथ समाज सुधारक और राजनेता भी थे।

हरियाणा के शिक्षा मंत्री रह चुके थे स्वामी अग्निवेश

21 सितंबर, 1939 को जन्मे स्वामी अग्निवेश सामाजिक मुद्दों पर अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए जाने जाते थे। 1970 में आर्य सभा नाम की राजनीतिक पार्टी बनाई थी। 1977 में वह हरियाणा विधानसभा में विधायक चुने गए और हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहे। 1981 में उन्होंने बंधुआ मुक्ति मोर्चा नाम के संगठन की स्थापना की।

अन्ना हजारे के आंदोलन से लेकर बिग बॉस के घर तक का सफर

स्वामी अग्निवेश ने 2011 में अन्ना हजारे की अगुवाई वाले भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। हालांकि, बाद में मतभेदों के चलते वह इस आंदोलन से दूर हो गए थे। स्वामी अग्निवेश ने रियलिटी शो बिग बॉस में भी हिस्सा लिया था। वह 8 से 11 नवंबर के दौरान तीन दिन के लिए बिग बॉस के घर में भी रहे।