खैरागढ़-छुईखदान-गंडई। जिले के एक स्कूल में टीचर पर छात्राओं से अश्लील हरकत और छेड़छाड़ करने का आरोप लगा है। खैरागढ़ ब्लॉक के भंडारपुर (करेला) हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने आरोप लगाया कि शिक्षक राजेश ठाकुर उनसे गलत बातें करते थे। उन्हें अकेले में बुलाया करते थे। मामले में राज्य बाल संरक्षण आयोग ने जांच कर स्टाफ और बच्चों से लिखित में बयान लिए हैं। मामला मोहारा पुलिस चौकी का है।
राज्य बाल संरक्षण आयोग को गोपनीय सूचना मिली थी कि भंडारपुर हायर सेकेंडरी स्कूल में छात्राओं के साथ शिक्षक राजेश ठाकुर अश्लील हरकत करते हैं। जब आयोग की सदस्य संगीता गजभिए मामले की जांच के लिए पहुंची, तो छात्राएं और अन्य बच्चे खुलकर सामने आ गए। 10वीं कक्षा की 2 छात्राओं ने स्कूल के व्याख्याता व राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी राजेश ठाकुर पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अकेले में बुलाकर कहा कि क्या तुम मेरी GF बनोगी, अभी मेरी शादी भी नहीं हुई है।
एक छात्रा ने कहा कि इस शर्मनाक प्रपोजल के बाद वो बिना कोई जवाब दिए वापस क्लास रूम में आ गई। उसने इस बात की शिकायत स्कूल स्टाफ से भी की, लेकिन उन्होंने ये कहकर बात टाल दिया कि उनकी तो आदत ही ऐसी है। जब शिक्षक को शिकायत की जानकारी मिली तो उसने छात्रा से कहा कि मैंने तुम्हें जीएफ बनने यानी गर्लफ्रेंड नहीं बल्कि ग्रेट फाइटर बनने के लिए कहा था।
स्कूल की अन्य लड़कियों ने भी टीचर राजेश ठाकुर पर गलत हरकत करने के आरोप लगाए, साथ ही प्रबंधन पर उन्हें बचाने का आरोप भी लगाया। बच्चियों ने कहा कि वे जब भी शिक्षक की शिकायत करती हैं, तब बात को टाल दिया जाता है।
उधर, एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि एक दिन वो जब बिना साइकिल के स्कूल आई, तो छुट्टी के वक्त घर लौटते समय शिक्षक ने उसे अपनी बाइक पर लिफ्ट दिया। शिक्षक पर भरोसा करके वो भी बाइक पर बैठ गई, तब उन्होंने रास्ते में कहा कि क्या तुम मेरे साथ दोस्ती करोगी।
जब उसने कहा कि मैं वो इस बारे में कुछ समझी नहीं, तो उन्होंने कहा कि मोबाइल पर मुझसे बात करना। छात्रा ने आरोप लगाया कि स्कूल स्टाफ को जानकारी देने पर उन्होंने आरोपी टीचर को बचा लिया और उसकी शिकायत कहीं नहीं की।
आयोग की टीम पहुंची तो खुला और शिकायतों का पुलिंदा
बाल संरक्षण आयोग के पास छात्राओं की लिखित शिकायत तो नहीं पहुंची थी, लेकिन गोपनीय सूचना मिली थी कि स्कूल में छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें हो रही हैं। जब टीम ने पहुंचकर जांच की, तो बच्चों ने बताया कि स्कूल आरोपी शिक्षक को संरक्षण दे रहा है। इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि स्कूल की सफाईकर्मी और चपरासी अपना काम खुद नहीं करते। साफ-सफाई के अलावा पानी भरने के लिए भी छात्रों से कहा जाता है। शिकायत करने पर शिक्षक अपशब्दों का प्रयोग करते हैं, इसलिए चुप हो जाते हैं।
आयोग पहुंची तो दोषी को बचाने में जुटे स्कूल स्टाफ
आयोग की सदस्य संगीता गजभिए के सामने जब शिकायतों का अंबार लगा, तब शिक्षकों ने भी बचाव शुरू कर दिया। अब शिक्षक राजेश ठाकुर पर लगे गंभीर आरोपों पर सदस्य ने शिक्षकों से लिखित में जवाब मांगा। फिर आरोपी को बचाने स्टाफ ने सभी बातों को बेबुनियाद बता दिया। इधर प्रभारी प्राचार्य अगनू दास बघेल ने अपने लिखित बयान में कहा है कि पॉक्सो एक्ट की जानकारी मुझे नहीं है। प्राचार्य ने कहा कि जब छात्राओं ने 19 जुलाई को लिखित में शिकायत दी, तब जाकर उन्हें मामले का पता चला।
इस तरह की शिकायतें भी आईं
भंडारपुर स्कूल में छात्राओं ने अपनी लिखित शिकायत में ये भी बताया कि यहां सेनेटरी पैड की सुविधा नहीं है। खेलकूद की सामग्री होने के बावजूद भी इसे छात्रों को नहीं दिया जाता है। विषय शिक्षकों की कमी बनी हुई है। शिक्षक स्टूडेंट्स के रंग-रूप को लेकर भी टिप्पणी करते हैं। कई छात्रों को एनएसएस में रुचि नहीं होने के बाद भी शामिल कर लिया जाता है। ऐसी ही कई तरह की शिकायत छात्र-छात्राओं ने आयोग के सामने लिखित रूप से की।
बीईओ बोलीं-FIR होगी
खैरागढ़ BEO नीलम राजपूत ने बताया कि हमने प्रभारी प्राचार्य को थाने में FIR दर्ज कराने के लिए कहा है। मामला दर्ज होने के बाद संबंधित रिपोर्ट डीपीआई को भेज देंगे। आगे की विभागीय कार्रवाई उच्च कार्यालय से होगी।