तेजस्वी सूर्या को बनाया गया बीजेपी युवा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष, जानें एबीवीपी से अबतक का सफर

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बेंगलुरु। बेंगलुरु साउथ संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद तेजस्वी सूर्या को बीजेपी युवा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इस जिम्मेदारी के साथ ही तेजस्वी सूर्या कौन हैं, वह कैसे सांसद बने, क्यों सुर्खियों में रहते हैं, इन तमाम बातों को जान लेना जरूरी है।

बात वर्ष 2019 की है। लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एक-एक चेहरा तमाम राजनीतिक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए चुन रही थी। बेंगलुरु दक्षिण की संसदीय सीट किसके हवाले की जाए इस पर मंथन होना तो लाजमी था। आखिर इस सीट पर बीजेपी के दिग्गज नेता रहे एचएन अनंत कुमार ने 6 बार जीत दर्ज की थी। एचएन अनंत कुमार का देहांत हो जाने के बाद इस सीट और बीजेपी की अस्मिता के लिए एक भरोसेमंद चेहरे को चुनना बड़ी चुनौती बन गई। खैर, बीजेपी ने तमाम विश्लेषणों के बाद तेजस्वी सूर्या को इस सीट से चुनावी मैदान में उतारा।

इस ट्वीट ने बटोरीं सुर्खियां

तेजस्वी सूर्या ने टिकट मिलने के साथ ही एक ट्वीट किया। ट्वीट था, ‘ओह माय गॉड। विश्वास ही नहीं होता। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री और सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष ने 28 साल के एक व्यक्ति को बेंगलुरू जैसी प्रतिष्ठित सीट के लिए चुना है। यह सिर्फ बीजेपी में हो सकता है।’ तेजस्वी का यह ट्वीट काफी चर्चा में रहा।

बड़े अंतर से दी थी शिकस्त

तेजस्वी सूर्या ने कांग्रेस उम्मीदवार बीके हरि प्रसाद को बड़े अंतर (3,31,192) से शिकस्त दी थी। यही नहीं, तेजस्वी सूर्या के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने बतौर वकील कई बीजेपी नेताओं का केस लड़ा है।

आरएसएस से भी तेजस्वी का नाता

पेशे से वकील तेजस्वी सूर्या ने बेंगलुरु के इंस्टिट्यूट आॅफ लीगल स्टडीज से पढ़ाई की है। तेजस्वी बीजेपी युवा मोर्चा में प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। इससे पहले वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं। मूल रूप से चिकमंगलूर जिले के रहने वाले तेजस्वी सूर्या बासावानगुडी विधानसभा से विधायक एलए रविसुब्रमण्यन के भतीजे हैं। सूर्या को प्रखर राष्ट्रवादी विचारों के लिए जाना जाता है।

हाल ही में उठाया था यह मुद्दा

बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने बुधवार को लोकसभा में कहा था कि ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म राष्ट्रवादी रुख वाली सामग्रियों को कथित रूप से मनमाने ढंग से नियंत्रित कर रहे हैं और इसमें सरकार को दखल देना चाहिए। सदन में शून्यकाल के दौरान सूर्या ने कहा कि कई मौकों पर ट्विटर, फेसबुक और उनसे संबंधित इकाइयों के खिलाफ प्रामाणिक आरोप लगाए गए हैं कि वे उपयोगकर्ता की ओर से पोस्ट की जाने वाली सामग्री को, खासतौर पर राष्ट्रवादी रुख की सामग्री को मनमाने ढंग से विनियमित और नियंत्रित कर रही हैं।