दस मिनट ड्रोन का काम और ‘ड्रोन दीदी’ ने कमा लिया 300 रुपए, सीजन में कमाए दो लाख रुपए

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आरंग। आरंग विकासखंड के ग्राम नगपुरा की ड्रोन दीदी चंद्रकली की सफलता की उड़ान ड्रोन की तरह है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम के चलते वे भी ड्रोन दीदी बनीं, और केवल 10 मिनटों में एक एकड़ खेत में कीटनाशक का छिड़काव कर देती हैं, जिसके बदले उन्हें 300 रुपए मिलते हैं. खरीफ और रबी के सीजन में ड्रोन दीदी ने ड्रोन के जरिए कीटनाशक का छिड़काव कर दो लाख रुपए कमाए हैं.

ड्रोन दीदी चंद्रकली सुबह-सुबह बच्चों को तैयार करने के साथ घर में चूल्हा-चौका कर लेती हैं, फिर खेतों के लिए निकल पड़ती हैं. उनके हाथ में ड्रोन का रिमोट होता है. जैसे ही चंद्रकली ने ड्रोन कंट्रोल रिमोट ऑन करती हैं, धीरे-धीरे ड्रोन गति लेते हुए आसमान की ओर उड़ता है, और खेत का चक्कर काटने लगता है.

चन्द्रकली बताती हैं कि उनके समूह में अच्छे कार्य को देखते हुए इस योजना के लिए चयनित किया गया और ऑनलाइन इन्टरव्यू हुआ. जिसके लिए उन्हें ग्वालियर में 15 दिन की ट्रेनिंग दी गई और दिसंबर 2023 में इन्हें ड्रोन निःशुल्क दिया गया, साथ ही परिवहन के लिए ड्रोन वाहन दिया गया. वे बताती हैं कि मुझे अन्य दीदियों के साथ उत्तर प्रदेश के फूलपुर में आमंत्रित किया गया, जहां प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें नमो ड्रोन दीदी की उपाधि दी.

इसके बाद चन्द्रकला के आने बाद किसानों को इसकी बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जो वे मैनुवल तरीके से कीटनाशक का छिड़काव करते हैं वह अब ड्रोन से मिनटों में ही हो जाता है. धीरे-धीरे उन्हें काम मिलने लगा. चंद्रकला को दो लाख रूपये से अधिक की आय कर चुकी है जिससे वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रहीं है उनकी बेटी आईटी में इंजीनियरिंग कर रही हैं. तकनीक का महत्व जब चंद्रकला ने समझा तो अपनी बिटिया को भी तकनीक की ओर मोड़ दिया, यह चमत्कार नमो ड्रोन दीदी योजना का है.

चन्द्रकला कहती हैं कि मुझे गर्व है कि मै ड्रोन दीदी हूं. मै आज नई तकनीक का उपयोग कर रही हूं. अपने गांव के खेती किसानी में मदद कर रही हूं. जिससे उत्पादन में वृद्धि होगी और लागत भी कम आएगी. मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देती हूं. साथ ही अन्य महिलाओं से आग्रह करती हूं कि इस तकनीक से जुड़ें और छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ाएं.