नेवई गोलीकांड का फरार आरोपी पकड़ा गया

Chhattisgarh Crimes

भिलाई। दुर्ग पुलिस को नेवई गोलीकांड मामले में एक और सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे आरोपी मुकेश सिंह उर्फ पंचर को रायपुर से गिरफ्तार किया है। इस कांड का मास्टरमाइंड मुकुल सोना उर्फ सोनू को 16 दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया है। यह पूरा मामला हिस्ट्रीशीटर बृजेश राय पर 5 जुलाई की रात हुई फायरिंग से जुड़ा है। इस वारदात में शामिल अभी एक आरोपी नागेंद्र फरार है। बताया गया है कि मुकेश वारदात को अंजाम देने के बाद अन्य आरोपियों के साथ दिल्ली भाग गया था। लेकिन जब वो छत्तीसगढ़ लौटा, तब उसे रायपुर से गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस इस गोलीकांड में शामिल सभी आरोपियों की तलाश पिछले एक महीने से कर रही थी। जिसके लिए पुलिस ने धमतरी, कुरूद, कांकेर, ओडिशा, नागपुर और भिलाई शहर के अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी थी। आखिरकार इस घटना में शामिल फरार चल रहा, मुकेश सिंह उर्फ पंचर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

CSP भिलाई नगर आर.के.जोशी ने बताया, मुकेश पंचर और नागेन्द्र दिल्ली में ही इस घटना के मास्टरमाइंड मुकुल सोना से अलग हो गए थे। मुकेश दिल्ली से नागपुर गया फिर वहां से कुछ दिन दुर्ग-भिलाई में रुकने के बाद रायपुर चला गया था। पुलिस की टीम को मुखबिर से फरार आरोपी की सूचना मिली, उसके बाद उसे घेराबंदी करके रायपुर के भाटागांव के ठिकाने से पकड़ा गया है।

यह है पूरा मामला

इस मामले की शुरुआत हिस्ट्रीशीटर बृजेश राय पर 5 जुलाई की रात फायरिंग से हुई थी। जहां मुकेश, मुकुल और नागेंद्र ने रिसाली के मरौंदा टैंक के पास रात करीब 12 बजे बृजेश राय की कार पर फायरिंग कर दी। लेकिन गनीमत यह रही कि गोली बृजेश को नहीं लगी, गोलियां कार में जाकर धस गईं, पुलिस ने इसे पहले कार का विवाद बताया था, लेकिन CCTV फुटेज में मुकुल सोना के दिखने के बाद जांच का रुख ही बदल गया था। इसके बाद पुलिस इससे पहले की आरोपियों तक पहुंच पाती, 10 जुलाई की रात नेवई भाठा में फिर तीनों ने फायरिंग कर दी थी। इस वारदात में शामिल एक आरोपी अब भी फरार है।