पूरन मेश्राम/मैनपुर। यूं तो देखा गया है अधिकांश गीतो व छत्तीसगढ़ी फिल्मों में शहरी परिवेश पर गीत और फिल्म बनाई गई है। मगर पहली बार ऐसा देखने और सुनने को मिल रहा है कि हमारे अंचल में पाई जाने वाली अनमोल धरोहर रत्न हीरे और पंथी,राऊत के दोहा पर गीत बना कर फिल्मांकन किया है।
जो कि ब्लैक डायमंड एंटरटेनमेंट प्रेजेंट के बैनर तले निर्मात्री कुमारी देविका महानंद निर्देशक विलास राऊत संगीत मास्टर अर्पित गीत धनराज साहू स्वर घनश्याम महानंद ग्रुप ने हमारे देवभोग क्षेत्र के अनमोल धरोहर हीरे को पहली बार अपने छत्तीसगढ़िया गीत में पिरो कर लोगो को छत्तीसगढ़ी गीतो में एक नया मनोरंजन दिया है। गीतकार ने बताया कि छत्तीसगढ़ के आंचल में अनेक प्रकार के बोली भाखा और सुंदर संस्कृति से सुसज्जित छत्तीसगढ़ी भाषा जिसे गीतो के माध्यम से लोगो के बीच लाया गया है। जिसे लोगो द्वारा यू ट्यूब चैनल के माध्यम से बहुत ज्यादा सराहा जा रहा है।
ब्लैक डायमंड एंटरटेनमेंट के छत्तीसगढ़ी गीतों को स्वर देने वाले घनश्याम महानंद ने बताया कि इसकी इस गीत को देवभोग अंचल के अनमोल खजाने को क्षेत्र की जनता ने भुला दिया था जिसे याद दिलाने की मेरी एक कोशिश रही है कि मैं उसे क्षेत्र की रची बसी कलर में देवभोग के हीरा से लेकर सतनामी समाज के पंथी गीत और राऊत नाचा के दोहा को मैंने गीतों के माध्यम से लोगों के सामने लाया है।
मैं आशा करता हूं इस गीत के माध्यम से मुझे लोगों का आशीर्वाद मिलेगा।