वन विभाग के द्वारा बनाया गया सरकारी भवन खंडहर में तब्दील

  • बड़े-बड़े घास फूस उग आए हैं जिसे साफ सफाई करने वाला कोई जिम्मेदार नहीं दिखता
  • शासकीय राशियो का दुरुपयोग क्यो, पूछता है राजापडा़व क्षेत्र वासी
  • वनांचल क्षेत्र के सबसे बड़ा पर्व नवा खाई में ग्रामीण अपने-अपने घर द्वार की साफ सफाई करते हुए व्यवस्थित रखते हैं वन विभाग के लिए नवा खाई त्यौहार कब आएगा कि अपने खंडहर पड़े भवन की साफ सफाई कर सके

Chhattisgarh Crimes
पूरन मेश्राम/मैनपुर। शासकीय राशियों का खुलेआम दुरुपयोग करते हुए कमीशन का खेल खेलने का सिलसिला आमतौर पर देखने को मिलता है। औचित्य विहीन शासकीय भवन लाखों रुपए खर्च करके बनाया तो जाता है लेकिन उसकी उपयोगिता नहीं के बराबर होता है। शासन के लाखों करोड़ों रूपयो की राशियों का सार्थक रूप में खर्च किया जावे तो निश्चित रूप से सुदूर वनांचल क्षेत्र के गांव का कायाकल्प हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं करते हुए खुलेआम शासकीय राशियों का दुरुपयोग किया जाता है। जिस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।

हम बताने जा रहे हैं उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व तौरेंगा परिक्षेत्र के शोभा बीट मे पक्की सड़क किनारे समुचित विधिवत कार्य योजना के आधार पर वन विभाग द्वारा वर्षो पूर्व सरकारी भवन बनाया गया है। देखने से ऐसा लगता है भवन बनने के बाद से आज तक ताला नहीं खुला होगा भवन में एक दीपक भी नहीं जलाये होगे भवन की अंदरूनी हिस्सों में क्या क्या होगा समझा जा सकता है।भवन के बाहर बड़े-बड़े घास फूँस उग आए हैं।

जिसे साफ सफाई करने वाले कोई जिम्मेदार भी नहीं दिखता। लाखों रुपए खर्च करके सरकारी भवन बनता है फिर उसे खंडहर बना करके छोड़ क्यों दिया जाता है। सार्वजनिक स्थान पर अगर ऐसी स्थिति है तो वन विभाग के द्वारा अंदरूनी इलाकों में क्या से क्या नहीं होता होगा।

इस संबंध में क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी

वन परिक्षेत्राधिकारी तौरेगा, उस भवन में बिजली पानी के व्यवस्था नहीं होने के कारण वनरक्षक वहां पर नहीं रहते हुए शोभा में ही वन विभाग के कंपाउंड में डिप्टी रेंजर क्वार्टर में रुक रहा है।

रही बात साफ सफाई की तो निश्चित तौर से बहुत जल्द ही साफ सफाई कर दी जावेगी।