यातायात चौपाल कार्यक्रम ग्रामीण जनों का मिल रहा भारी समर्थन, बच्चे, बूढ़े, युवा, जवान ले रहें हैं यातायात नियमों की जानकारी

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। राजधानी रायपुर मे सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं लोगों में यातायात नियमों के प्रति जन जागरूकता लाने हेतु यातायात पुलिस रायपुर द्वारा जिले के ग्रामीण थाना क्षेत्रों में चलाएं जा रहे यातायात जन जागरूकता कार्यक्रम का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधि स्वयं यातायात पुलिस के अधिकारियों से संपर्क कर यातायात चौपाल कार्यक्रम आयोजन कर रहे हैं जिसमें ग्रामीण जन बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं एवं अपने गांव के लोगों को यातायात नियमों के पालन कर वाहन चलाने हेतु प्रेरित कर रहे हैं।

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बता दे की राजधानी रायपुर मे प्रतिवर्ष लगभग 2000 से 2500 के बीच सड़क दुर्घटनाएं घटित होती है जिसमें 450-500 लोगो की जान जा रही है एवं 1200 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। सड़क दुर्घटना होने के कारणों का अवलोकन करने पर सबसे ज्यादा दुर्घटना ग्रामीण क्षेत्रों पर होना पाया गया है सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु के प्रकरणों में सबसे ज्यादा मृत्यु ग्रामीण थाना क्षेत्रों में पाया गया है जहां वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों का अभाव एवं सुरक्षा उपकरण हेलमेट नहीं लगाने से पाया गया जिसे देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जिला रायपुर अजय कुमार यादव द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के वाहन चालकों को अधिक से अधिक यातायात नियमों की जानकारी एवं पालन करने हेतु जन जागरूकता अभियान चलाए जाने निर्देशित किया गया जिस के बाद यातायात पुलिस रायपुर द्वारा 15 जून से लगातार ग्रामीण थाना क्षेत्रों के थाना प्रभारियों से संपर्क कर गांव-गांव में यातायात चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज जिले के तिल्दा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तुलसी एवं ग्राम परसदा में यातायात जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यातायात रायपुर के उप पुलिस अधीक्षक (डी.एस. पी.) सतीश ठाकुर ,थाना प्रभारी तिल्दा शरद चंद्रा,आरक्षक इंद्र कुमार पांडेय, स्थानीय थाने के कर्मचारी गण उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम की शुरूआत ग्राम पंचायत स्थित गौठान में वृक्षारोपण कर की गई।

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इस दौरान डी एस पी सतीश ठाकुर ने विगत वर्षों की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में निरंतर हो रही वृद्धि के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए चिंता जाहिर की तथा उसे गंभीरता से लेते हुए कहा कि आकस्मिक सड़क दुर्घटनाओं का मूल कारण बिना हेलमेट, मादक पदार्थों का सेवन कर, सीट बेल्ट के बिना तथा क्षमता से अधिक सवार होकर वाहन चलाने जैसी असावधानियों को बताया,उन्होंने यातायात नियमों का विधिवत पालन करने जनसमूह को प्रेरित करते हुए अनुशासित ढंग से वाहन चालन करने प्रेरित किया। थाना प्रभारी तिल्दा नेवरा शरद चंद्रा ने अपने उद्बोधन में समस्त उपस्थित ग्रामीण जनों को यातायात नियमों का पालन करने एवं वाहन चालन के दौरान अनिवार्य रूप से हेलमेट धारण करने की अपील की साथ ही दुर्घटनाओं का मुख्य कारण नशे की हालत में वाहन चलाना एवं नाबालिक वाहन चालकों को 18 वर्ष से पहले वाहन देना बताते हुए नशे की हालत में वाहन न चलाने की अपील की गई।

यातायात चौपाल कार्यक्रम के दौरान उपस्थित ग्रामीण जनों को 1500 फलदार वृक्ष पौधारोपण हेतु प्रदान किया गया साथ ही इनकी देखभाल करने हेतु निर्देशित भी किया गया। उक्त कार्यक्रम में ग्राम तुलसी एवं ग्राम परसदा के जनप्रतिनिधि एवं भारी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।