छतीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम से डिस्ट्रिक जज के साथ ठगी की कोशिश, पुलिस ने दो आरोपियों को मिजोरम से किया गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। चीफ जस्टिस के नाम से डिस्ट्रिक जज के साथ ठगी के प्रयास करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों को मिजोरम से गिरफ्तार किया गया है। जिन्होंने छतीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की फ़ोटो व्हाट्सएप डीपी में लगा कर अंबिकापुर के डिस्ट्रिक जज के साथ ठगी करने का प्रयास किया था।

मिली जानकारी के अनुसार छतीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अरुप कुमार गोस्वामी की फ़ोटो अज्ञात आरोपियों के द्वारा व्हाट्सएप डीपी मे लगाई गई थी। जिसके बाद अंबिकापुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश बिहारी घोरे के व्हाट्सएप नम्बर पर मैसेज किया। एवं व्यस्त रहने का हवाला दे फोन काल मे बात नही कर पाने और मैसेज में ही बात करने की बात कहते हुए।

अमेजान गिफ्ट कार्ड अरेंज करने का मैसेज किया। ऑनलाइन ठगी को भांपते हुए अंबिकापुर के डिस्ट्रिक जज ने इसकी सूचना हाईकोर्ट के अधिकारियों को दी। जिस पर हाईकोर्ट के प्रोटोकॉल अधिकारी संजीव सिन्हा द्वारा उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस के फोटो का प्रतिरूपण कर प्रयोग करने के खिलाफ चकरभाठा थाने में अपराध दर्ज करवाया। पुलिस ने 419, 420, 511 एवं 66(c), 66(d), 84 आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया।

चकरभाठा थाना प्रभारी मनोज नायक व एसीसीयू प्रभारी हरविंदर सिंह ने उक्त नम्बर का मोबाइल सर्विस प्रदाता गूगल के नोडल और व्हाट्सएप कंपनी से प्राप्त किया। आरोपियों ने घटना के बाद अपना मुख्य मोबाइल नम्बर बंद कर दिया था। पुलिस को आरोपियों का घटना स्थल आईजोल मिजोरम में मिला।

जहां पुलिस टीम पहुँची पर वहां स्थानीय निवासियों के द्वारा हिंदी और अंग्रेजी भाषा की जानकारी नही थी। जिसके कारण कम्युनिकेशन गैप के चलते वहां पहले लोकल मुखबिर तैयार किया गया और आरोपियों की पतासाजी शुरू की। लगातार चार दिन की रैकी के बाद सटीक लोकेशन मिलने पर रेड कर लाल हमिंग सांगा और जोथाना मोविया को डूर्टलांग मिल आइजोल मिजोरम से गिरफ्तार कर लिया। उनसे घटना में प्रयुक्त दो मोबाइल व चारों सिम जब्त कर लिया गया है। बिलासपुर से आइजोल की दूरी दो हजार किलोमीटर होने के चलते वहां के न्यायालय में पेश कर आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड में लेकर बिलासपुर लाया गया है।