राजधानी सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में हुए अग्निकांड मामले में दो डॉक्टर गिरफ़्तार

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। पचपेड़ीनाका स्थित राजधानी सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में बीते दिनों हुए अग्निकांड मामले में पुलिस ने अस्पताल संचालक मंडल के 2 डॉक्टरों को गिरफ़्तार किया है। आपको बता दे कि टिकरापारा थाना पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था जिसके बाद आज डॉक्टर सचिन मल व अरविंदो राय को गिरफ्तार कर लिया गया है।

फायर सेफ्टी विभाग ने एसएसपी को सौंपी अपनी जांच रिपोर्ट

राजधानी सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में हुए अग्निकांड में बनी जिला प्रशासन की टीम ने अस्पताल प्रबंधन से पूछे 28 बिंदुओं के सवालों का जवाब तो दे दिया है लेकिन किसी भी सवाल के एवज में कोई दस्तावेजी सुबूत जमा नही किये है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा सभी दस्तावेज सील अस्पताल में बंद होने की बात कही है। इसके अलावा फायर सेफ्टी विभाग ने अपनी जांच रिपोर्ट एसएसपी रायपुर को सौंप दी है जिसमे कई बड़े खुलासे हुए है। जांच टीम को अस्पताल प्रबंधन ने साल 2016 में नगर निगम फायर ब्रिगेड द्वारा फायर एनओसी लेने की बात कही है लेकिन कोई दस्तावेज प्रस्तुत नही किये है जिससे साफ जाहिर होता है कि अस्पताल के पास साल 2016 के बाद फायर सेफ्टी की कोई एनओसी नही थी, गौरतलब है कि साल 2017 में राज्य में फायर सेफ्टी विभाग की स्थापना हो चुकी थी।

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3 सदस्यीय जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अस्पताल का 26 अप्रैल को निरीक्षण के दौरान 5 बिंदुओं की जांच के दौरान फायर सेफ्टी के संसाधनों के कोई अवशेष नहीं मिले है और न ही कोई प्रशिक्षित कर्मचारी अस्पताल में मौजूद था। इसके अलावा जांच टीम ने पाया कि अस्पताल प्रबंधन के पास सिर्फ 2 माला बिल्डिंग की अनुमति थी उसके बावजूद तीसरा माला अवैध रूप से बना रखा था। आपको बता दे कि 17 अप्रैल को अस्पताल में हुए अग्निकांड के दौरान आईसीयू में भर्ती 7 कोविड मरीजों की दर्दनाक मौत हुई थी। अब देखने वाली बात ये होगी कि फायर सेफ्टी विभाग की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद प्रशासन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है?