बेटे की मौत से दुखी बाप ने पत्नी और दो बेटियों संग लगा ली फांसी

Chhattisgarh Crimes

जयपुर। राजस्थान के सीकर जिले से बेहद दर्दनाक खबर आई. राजस्थान के सीकर जिले में बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी के परिवार के चार सदस्यों ने आत्महत्या कर ली है. कोरोना की चपेट में आने से कुछ महीने पहले जवान बेटे की मौत हो गई थी. इससे पूरा परिवार दुख में डूबा हुआ था. ये असहनीय गम परिवार सहन नहीं कर सका और मां बाप बहन समेत पूरा परिवार एक ही दिन फांसी पर झूल गया. इस खबर ने सभी को हिलाकर रख दिया है. स्थानीय पुलिस के मुताबिक चार महीने पहले कोरोनाकाल में जवान बेटे की मौत हो गई थी. बेटे को खोने के गम में पूरा परिवार अवसाद में आ गया.

वे लगातार दुख और तनाव के सागर में डूबते जा रहे थे और अंत में रविवार को पति-पत्नी ने अपनी दो जवान बेटियों के साथ फांसी लगा ली. घर के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है.इन 4 लोगों में हनुमान प्रसाद सैनी, उनकी पत्नी तारा और दो बेटियां अनु एवं पूजा हैं, इन्होंने फांसी के फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली. हनुमान प्रसाद सैनी भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी के सगे भाई के बेटे थे.

बेटे के बिना जीना संभव नहीं- सुसाइड नोट में लिखा

घर में पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है. इसमें लिखा है कि हम बेटे अमर के बिना जी नहीं सकते. हम भी दुनिया छोड़कर जा रहे हैं. बेटे के बिना दुनिया बेकार है और किसी को पुलिस परेशान न करें.

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का संबंधी है मृतक परिवार

आपको बता दें कि मृतक परिवार भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद रहे दिवंगत मदनलाल सैनी के निकट संबंधी हैं. जान देने वाले हनुमान प्रसाद सैनी मदनलाल सैनी के भतीजे हैं. हनुमान (48) अपनी पत्नी तारा (45) और दो बेटियां पूजा (24) और चीकू (22) के साथ घर के कमरे में लटके हुए मिले. वह नजदीक के सरकारी स्कूल में फोर्थ क्लास कर्मचारी थे और पत्नी गृहणी थी. बड़ी बेटी पूजा M.Sc फर्स्ट ईयर और चीकू B.Sc सेकंड ईयर की स्टूडेंट थी.उन्होंने बताया कि हनुमान प्रसाद के घर में एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें प्रसाद ने लिखा है कि,‘बेटे की मौत के बाद से ही हमें जीने का मन नहीं है, हम जीना नहीं चाहते है.. हमारा सहारा सब कुछ वही था।’’