जीवन बचाने के लिए टीका ज़रूर लगवाये, वैक्सीन जीवन रक्षक : कलेक्टर डोमन सिंह

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद। जिले में कोरोना के कहर पर पूरी तरह काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन जोर शोर से चल रहा है। पूरे ज़िले में कोविड टीकाकरण की प्रतिदिन योजना बना कर काम किया जा रहा है। अभी 18 से साल से ऊपर के सभी लोगों को टीका दिया जा रहा है। इसके अलावा 45 वर्ष से अधिक उम्र को लोगों को प्लान अनुसार स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रथम एवं दूसरी डोज लगायी जा रही है। कलेक्टर डोमन सिंह रोज टीकाकरण प्रगति की हर घंटे रिपोर्ट ले रहे है। गांव में मोबिलाइजेशन हेतु प्रचार-प्रसार, मुनादी आदि की जा रही है। मालूम हो कि जिले में 45 से अधिक उम्र के लोगों को लक्ष्य से अधिक का पहली डोज लगायी जा चुकी है। वहीं 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण युद्धस्तर पर जारी है।

कलेक्टर डोमन सिंह ने आज बारिश के बीच महासमुंद शहर के तीन टीकाकरण केंद्र ब्रज पाठशाला, आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम स्कूल और इमलीभाठा पहुँचे। वहाँ किए जा रहे टीकाकरण का जायज़ा लिया। उन्होंनें टीकाकरण कराने आए लोगों से बातचीत की। कलेक्टर ने कुछ लोगों से शुरुआती दौर में में टीकाकरण नही कराने का कारण भी पूछा। लोगों ने इसके अलग-अलग तर्क दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जीवन बचाने के लिए टीका लगवाना ज़रूरी है। अगर कोरोना से बचना है, तो टीकाकरण जरूर करवायें। उन्होंने कहा कि यह टीका कोरोना वायरस के खिलाफ हम सभी के लिए संजीवनी है। इसका हम इस्तेमाल करें।

कलेक्टर सिंह ने ज़िले की सभी पात्र लोगों से अपील की कि अगर कोरोना से बचना है, तो टीकाकरण जरूर लगवाएं। वैक्सीन आज के समय में जरूरत बन गई है। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि मुझे वैक्सीन से कोई दिक्कत नहीं हुई है। वैक्सीन जीवनरक्षक है। इससे कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से लोगों के टीकाकरण केंद्रों में टीकाकरण हेतु अपेक्षाकृत नही आने के बारे में पूछा है। आज बारिश के चलते लोगों की संख्या कम नज़र आयी ।

कुछ महिलाओं में भ्रांतियां हैं कि मासिक धर्म के वक्त वैक्सीनेशन नहीं कराना चाहिए या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को टीकाकरण से नुकसान पहुंच सकता है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। इसलिए वैक्सीन से डरे नहीं है, बल्कि टीकाकरण जरूर कराएं। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। आंगनबाड़ी वर्कर नगरीय और ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं को जागरूक करें। ताकि पूरे परिवार को सुरक्षित कर सके।