प्रदेश में आज से शुरू होगा 18 से 45 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण, टीके कम हैं इसलिए पहले सबसे गरीब लोगों को लगाएंगे

1 मई से होगी टीकाकरण की शुरूआत, आपूर्ति बढ़ने पर बीपीएल और उसके बाद एपीएल राशनकॉर्डधारियों को लगेंगे टीके

राज्य शासन के ऑर्डर पर भारत बायोटेक 1 मई को रायपुर भेज रही है 1.03 लाख कोवैक्सीन, सभी विकासखंडों में भेजे जाएंगे टीके

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंत्रिमंडल के सदस्यों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में दिया कार्ययोजना को मूर्त रूप

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू होने से ठीक पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की जनता को संबोधित किया। रात 9 बजे शुरू हुए संबोधन में मुख्यमंत्री ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई और टीकाकरण की नई योजना पर बात की। उन्होंने कहा, राज्य सरकार ने 18 से 44 वर्ष तक के सभी लोगों को मुफ्त टीका लगाने का फैसला किया है। एक मई से यह अभियान शुरू हो जाएगा। टीके की उपलब्धता कम है इसलिए सबसे गरीब लोगों को सबसे पहले टीका लगाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के वैक्सिनेशन के लिए कोवैक्सीन की 1 लाख 3 हजार 40 डोज मिलनी है। चूंकि वैक्सिन की कमी है इसलिए हम अपने राज्य में सबसे गरीब व्यक्ति को जिसके पास अन्योदय कार्ड है से वैक्सिनेशन की शुरूआत करेंगे। इसके लिए केवल अपना राशन कार्ड और आधार कार्ड लेकर टीकाकरण केंद्रों पर आना होगा। जैसे-जैसे हमें वैक्सिन मिलती जाएगी वैसे-वैसे हम क्रमश: सभी वर्गों के लोगों के वैक्सिनेशन की दिशा में आगे बढ़ते जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, टीकाकरण अभियान के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। 1 मई से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान के लिए हमने सभी जिलों में सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हमारे सभी टीकाकरण केंद्र पूरी तरह से तैयार है। 1 करोड़ 30 लाख लोगों को दो डोज लगाने के लिए सरकार को 800 करोड़ से अधिक खर्च करना होगा। इसके लिए हम तैयार हैं। दो कंपनियों को 50 लाख डोज वैक्सीन का आर्डर दिया जा चुका है।

पिछली लहर में बिना सुविधाओं के लड़कर जीते, इस लहर में भी जीतेंगे

मुख्यमंत्री ने कहा, पिछले साल जब कोरोना की पहली लहर का हमला हुआ था तो हम सबने मिल जुल कर उसका सामना किया था। वह ऐसा समय था जब हम कोरोना के विषय में ज्यादा कुछ जानते नहीं थे। न हमारे पास इसके इलाज के लिये दवाएं थीं, न इंजेक्शन आये थे, न वैक्सीन विकसित हुई थी और इलाज का प्रोटोकाल भी अपनी प्रारंभिक अवस्था में ही था। परंतु सभी के सहयोग से सभी के भरोसे के साथ और सभी के योगदान के साथ हमने उस कठिन समय पर विजय हासिल की थी। आज एक बार फिर से कोरोना की दूसरी लहर का हम सामना कर रहे हैं। यह ज्यादा संक्रामक और खतरनाक है। हमें पूरा विश्वास है कि हम सब मिलकर अपनी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए मजबूती से इस दूसरी लहर का भी सामना करेंगे और जीतेंगे।

विरासत में मिली व्यवस्था से तुलना भी की

मुख्यमंत्री ने कहा, 2018 में जब प्रदेश में हमें प्रचंड जनादेश मिला था उस समय प्रदेश में कुल 279 कउव बेड थे जिसे हमने बढ़ाकर 729 कर दिया है। आक्सीजन बेड 1242 थे, हमने इसे बढ़ाकर 7042 तक पहुंचाया है। ऌऊव बेड एक भी नहीं था परंतु आज हमारे पास 515 बेड हैं। प्रदेश के अस्पतालों में 15001 जनरल बेड थे जिसे हमने बढ़ाकर 29667 कर दिया है। प्रदेश में 2018 के अंत में 204 वेंटीलेटर्स थे जिसे हमने बढ़ाकर 593 कर दिया है। प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में कई गुना की वृद्धि की है जो कि अपने आप में रिकार्ड है।

कोरोना से लड़ाई में फंड की कमी नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश में सरप्लस आक्सीजन उपलब्ध है। हमने कोरोना से इस लड़ाई में फंड्स की कमी नहीं होने देने का संकल्प किया है। हमने इन दो वर्षों में स्वास्थ्य बजट में 880 करोड़ रुपए, रऊफऋ में इस साल 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। जनता ने बढ़ चढ़ कर मुख्यमंत्री सहायता कोष में सहायता की है। इस कोष से हमने अभी तक 73 करोड़ 53 लाख रुपए जिलों को जारी कर चुके हैं। मुख्यमंत्री सहायता कोष में अभी भी 53 करोड़ 88 लाख रुपए जमा हैं, उनका उपयोग भी कोविड की लड़ाई में किया जायेगा।

पिछली सरकार पर स्वास्थ्य क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप भी लगाया

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर स्वास्थ्य क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, तत्कालीन सरकार के 15 वर्षों के शासन काल मे स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाओं को कभी पर्याप्त महत्व नहीं दिया गया। इन परिस्थितियों में कोरोना जैसी महामारी का सामना करना एक बड़ी चुनौती थी। हमने अब तक इस चुनौती का पूरी सक्षमता से सामना किया है। हमने प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचे एवं व्यवस्था में सुधार हेतु काफी काम किया है जिसके कारण ही कोरोना के प्रबंधन में हमारे राज्य की स्थिति अन्य राज्यो की तुलना में काफी बेहतर है।

अंशदान मांगा और रोकथाम के उपायों पर जोर दिया

मुख्यमंत्री ने कहा, जो भी कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में आर्थिक योगदान करना चाहता है, वह मुख्यमंत्री सहायता कोष में अंशदान कर सकता है। यह पूरी की पूरी राशि सिर्फ और सिर्फ कोरोना के खिलाफ संघर्ष में ही व्यय की जा रही है। उन्होंने कहा, सभी लोग कोरोना से जुड़ी सभी सावधानियों का पालन करें, भीड़ से बचे, मास्क पहने, हैंड वाश और सेनिटाईजर का प्रयोग करें। किसी भी प्रकार की अफवाह या नकारात्मक दुष्प्रचार से प्रभावित न हो।