- महिला समूह की महिलाएं बना रही हैं गोबर से इमल्शन एवं डिस्टेंपर
- गोबर से निर्मित पेंट उत्पाद की गुणवत्ता परखते स्वयं दीवाल की पुताई की उपाध्यक्ष विधानसभा संत ने
कोण्डागांव। गौठानों में आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कोण्डागांव नगर के गौठान में श्रद्धा महिला स्व-सहायता समूह द्वारा गोबर से इमल्शन एवं डिस्टेंपर निर्मित किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने कोण्डागांव शहरी गौठान में डीएमएफ के तहत 26 लाख 60 हजार रूपए की लागत से स्थापित इस प्राकृतिक पेंट निर्माण इकाई का लोकार्पण किया।
इस दौरान उन्होने उक्त महिला स्व-सहायता समूह को लोक निर्माण एवं जिला निर्माण समिति की ओर से पेंट क्रय हेतु 3 लाख रूपए का चेक सौंपा और इस महिला समूह के महिलाओं को पूरी लगन एवं मेहनत के साथ गुणवत्तायुक्त प्राकृतिक पेंट निर्मित करने की समझाईश दी। इस मौके पर उन्होने प्राकृतिक पेंट निर्माण इकाई में मशीन एवं उपकरणों के द्वारा गोबर से इमल्शन एवं डिस्टेंपर निर्माण की पूरी प्रक्रिया का अवलोकन कर हरेक विधि के बारे में जानकारी ली। वहीं निर्मित पेंट उत्पाद की गुणवत्ता परखने के लिए दीवार में पुताई कर देखा।
निर्मित इमल्शन एवं डिस्टेंपर के मूल्य की जानकारी ली और कहा कि यह बाजार में उपलब्ध ब्रान्डेड कंपनियों के उत्पाद से भी आधे दाम पर उपलब्ध है। जिससे इसके मार्केटिंग को बढ़ावा मिलेगा। छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने प्राकृतिक पेंट की मांग के मद्देनजर ब्लाॅक स्तर में भी प्राकृतिक पेंट निर्माण इकाई स्थापित करने पर बल देते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार की गोधन न्याय योजनांतर्गत पशुपालक और किसानों के साथ ही ग्रामीणों की आय में वृद्धि हुई है। अब गोबर से प्राकृतिक पेंट उत्पाद तैयार करने के फलस्वरूप स्थानीय स्तर पर उपलब्ध गोबर का सदुपयोग करने सहित ज्यादा से ज्यादा युवाओं, महिलाओं और ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा और उन्हे आर्थिक रूप से सशक्त होने का लाभ मिलेगा।
इस आयमूलक गतिविधि से इन महिला समूहों की आय संवृद्धि होगी। वहीं शासकीय भवनों तथा आम लोगों के घरों के लिए किफायती दर पर इमल्शन एवं डिस्टेंपर सुलभ होगा। इस मौके पर कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि कोण्डागांव शहरी गौठान में श्रद्धा महिला स्व-सहायता समूह की 24 सदस्य महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट खाद उत्पादन सहित प्राकृतिक पेंट निर्माण का कार्य कर रही हैं। वर्तमान में पेंट निर्माण इकाई में हर दिन करीब एक हजार लीटर इमल्शन एवं डिस्टेंपर उत्पाद तैयार हो सकेगी। उन्होने यहां उत्पादित पेंट का उपयोग निर्माण एजेंसिंयों के माध्यम से सुनिश्चित कराये जाने आश्वस्त किया। इस मौके पर क्षेत्र के जानप्रतिनिधी व अधिकारी-कर्मचारी एवं महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं मौजूद रहे।