किशन सिन्हा/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स
छुरा. छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक जतमई व घटारानी को छुरा नगर मुख्यालय से जोड़ने वाले रास्ते में पिछले कई महीनों से बन रहे जरगांव के घुनघुटी नाला पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य में हो रहे गड़बड़ियों के खिलाफ जब से निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है। तभी से ग्रामीणों ने अपनी नजर रखी हुई थी और उनका मानना है कि यह जो पुल बनाया जा रहा है, तब से ही गुणवत्ताहीन तरीके से बनाया जा रहा है। यहां जो सरकारी मेजरमेंट के अनुसार समान डाले जाने चाहिए उन में हर एक चीजों में गुणवत्ता के मापदंड के अनुसार कार्य किए जाने चाहिए। वे नहीं हो पा रहे हैं और उनके मॉनिटरिंग के लिए जिन अधिकारियों के उपस्थिति होनी चाहिए वह भी कार्य स्थल से नदारत रहतें हैं, केवल टेंडर पास करने के ऐवज में रात के अंधेरे में भी बिना किसी लाइट की व्यवस्था किया गुणवत्ताहीन कार्य किए जाते हैं।
इस तरह की अनिमित्ता से उकता कर ग्रामीणों ने मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर हो रहे निर्माण कार्य को बंद करवा दिया हैं और आला अधिकारियों को तलब करने का प्रयास किया है, चूंकि इसे पूर्व में भी अधिकारियों को इन सब की सूचना देने का प्रयास किया जा चुका था मगर परिणाम यथावत था उनके मांगों को अन सुना कर दिया जाता रहा है। इस वजह से आज ग्रामीणों ने पुल पर चल रहे निर्माण कार्य को पूरी तरह से बंद करवा दिया है। वही घटनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों के द्वारा किए जा रहे दावों को देखा जाए तो वास्तविक में जो पुल का स्ट्रक्चर खड़ा हो रहा है, उसके नीचे न्यू डाली जा रही है उसमें लकड़ी डालने पर न्यू में छेद की संभावनाएं प्रतीत होती है जो आने वाले समय में पल के गुणवत्ता पर संदेह व्यक्त करता है।