चना दाल कब नहीं खानी चाहिए? जानें 5 स्थितियां जिनमें इसका सेवन नुकसानदेह हो सकता है

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चना दाल प्रोटीन से भरपूर होती है। लेकिन, कई बार प्रोटीन का सेवन नुकसानदेह हो सकती है। जी हां, जो लोग फिजिकल एक्टिविटी कम करते हैं या फिर एक्सरसाइज नहीं करते उनके लिए प्रोटीन पचाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन, इसके अलावा भी कई बार इस दाल का सेवन आपके लिए नुकासनदेह हो सकता है। कैसे, जानते हैं।

चना दाल के नुकसान-Side effects of chana dal
1. पेट दर्द में ना खाएं चना दाल
पेट दर्द में चना दाल का सेवन कई बार नुकसानदेह हो सकती है। दरअसल, ये दाल आसानी से नहीं पचती और फिर ये पेट की समस्या को तेजी से बढ़ाती है। ऐसे में आपको मूंग दाल का सेवन करना चाहिए।

2. गैस की समस्या का कारण बन सकती है
गैस की समस्या में चना दाल का सेवन कई बार नुकसानदेह हो सकती है। दरअसल, चना दाल से पेट में गैसी की समस्या भी होती है। इससे कुछ गैस प्रड्यूस होता है जो कि पेट में दर्द पैदा करता है और सीने में जलन की समस्या हो सकती है।

3. पाचन क्रिया को धीमा कर देती है
चना दाल पाचन क्रिया को धीमा कर देती है। दरअसल, इसमें फोलेट की बहुत ज्यादा मात्रा होती है जो कि मेटाबोलिज्म को स्लो कर देती है। इसके अलावा रात में इसे खाने से ये जल्दी नहीं पचता और बार-बार प्यास लगती है। तो, आपका दिमाग इसे पचाने के लिए काम करता रहता है और इससे आपको नींद नहीं आती।

4. गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदेह
चना गर्भवती महिलाओं के लिए कई बार नुकसानदेह होती है। चना फाइबर और फोलेट का एक अच्छा स्रोत है। हालांकि, इसका अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इसके अलावा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को चना अधिक मात्रा में खाने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे मां और बच्चे को गैस की समस्या रहती है।

5. बुजुर्गों और बच्चों के लिए है भारी दाल
बुजुर्गों और बच्चों को इसे ज्यादा खाने से बचना चाहिए। उनके पाचन तंत्र के लिए ये भारी है। इसलिए इन दोनों को इसकी जगह हल्के दाल का सेवन करना चाहिए।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)