रायपुर. 11 दिसंबर को प्रदेश को वंदे भारत ट्रेन की सौगात प्रदेशवासियों को मिली. लेकिन इस कार्यक्रम में बिलासपुर रेलवे स्टेशन में जहां राज्य गीत का अपमान किया गया, वहीं इस पूरे कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण तक रेलवे के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को देना जरूरी नहीं समझा. इतना ही नहीं रेलवे ने राज्य सरकार को इसकी सूचना तक नहीं दी. इसकी पुष्टि खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ये भी कहा कि वंदे भारत ट्रेन शुरू हुई प्रदेश को सौगात दी गई लेकिन टिकट इतनी ज्यादा है कि मध्यम वर्ग के लोगों को दिक्कत होगी और गरीब लोगों का तो महज इस ट्रेन में सफर करना सपने जैसा होगा. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि रेलवे ने गरीबों के सुविधा के लिए जो ट्रेन चलाई थी उसे बंद कर दिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ये भी कहा कि जब ट्रेनें बन्द हुई तो भाजपा नेताओं ने कुछ नहीं बोला और आज स्वागत के लिए सब पहुंच गए.
एक नहीं दस चले हम बधाई देते हैं…
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में एक नहीं बल्कि 10 वंदे भारत ट्रेन चले हम बधाई देते है. लेकिन इस ट्रेन का किराया कम होना चाहिए. दूसरी बात लोकसभा में राजनांदगांव के सांसद ने ट्रेन रद्द होने का कभी कोई मुद्दा नहीं उठाया और न ही कभी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने.
बता दें कि नई ट्रेन शुरू होने की सूचना और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को निमंत्रण न दिए जाने का ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी एक बार रेलवे के अधिकारी ऐसा कर चुके हैं.