पूरन मेश्राम/मैनपुर। विकासखंड मुख्यालय मैनपुर क्षेत्र में इन दिनों गांव गाँव में सर्दी,खाँसी,दस्त, बुखार, मलेरिया के मरीज मिल रहे है। जिसके कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैनपुर के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं उप स्वास्थ्य केंन्द्रो मे इन लक्षणों के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।
अभी हाल ही मे मैनपुर क्षेत्र के ग्राम दर्रीपारा मे खून की कमी और मलेरिया से एक स्कूली छात्र की मौत को जिला प्रशासन ने संज्ञान मे लिया। जिला स्तर से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दौरा मैनपुर क्षेत्र में हो रही है। स्वयं अनुविभिगीय अधिकारी राजस्व मैनपुर के द्वारा स्कूल, छात्रावासो में निरीक्षण करके इनसे बचाव हेतु जिम्मेदारों को सतर्क भी कर रही है।
उसके बावजूद मैदानी अमले के स्वास्थ्य कर्मचारियों के द्वारा सुदूर वनांचल के ग्रामों में लापरवाही बरती जा रही है। जिसका उदाहरण राजापड़ाव क्षेत्र के ग्राम पंचायत भूतबेडा में देखने को मिला वहां के जय बिरसा मुंडा युवा संगठन के युवाओ ने जानकारी मे बताया कि स्वास्थ्य कर्मचारियो के द्वारा मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के दसवां चरण पारिवारिक सर्वे के दौरान घरों के दीवालो में पर्चा चिपकाया जा रहा है। जहां छँटवा नंबर के कॉलम में प्राप्त एल एल आई एन मच्छरदानी की संख्या बिना बाँटे दर्शाया जा रहा है।जिसका विरोध वहां के युवाओ ने किया है।
ताला बंद घरों में पहले से बनाया हुआ पर्चा को चिपकाने का क्या
औचित्य है। संगठन के मुखिया फूलचंद मरकाम, टीकम मरकाम, रविंद्र मरकाम, मेघनाथ मरकाम
ने बिना मच्छरदानी बाँटे फर्जी तरीके से बाँटने वाला पर्चा दीवाल में चिपकाया गया है। जिसका विरोध करते हुए सभी घरों में मच्छरदानी उपलब्ध कराए जाने की मांग स्वास्थ्य विभाग के जिला अधिकारी से किया है।
इस संबंध में क्या कहते हैं अधिकारी
क्षेत्र भ्रमण के दौरान भूतबेड़ा में एक बंडल मच्छरदानी स्वयं छोड़ा हूं।मिला है कि नहीं एक बार पता करवाता हूं।
डाँक्टर गजेंद्र ध्रुव, खंड चिकित्सा अधिकारी मैनपुर।