गणतंत्र दिवस पर 12 महिला सहित 24 नक्सलियों ने किया सरेंडर

Chhattisgarh Crimes

दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 12 महिलाओं सहित 24 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें एक-एक लाख रुपए के 3 इनामी हैं, जो कि डीएकेएमएस के अध्यक्ष भी हैं। यह सभी अलग-अलग वारदातों में शामिल रहे हैं। इन सभी ने गणतंत्र दिवस पर गनतंत्र को छोड़कर तिरंगा हाथ में थाम लिया। प्रशासन की ओर से सरकार की योजना के तहत सभी को प्रोत्साहन राशि के तौर पर 10-10 हजार रुपए दिए गए हैं। इन सभी नक्सलियों ने चिकपाल में सरेंडर किया है।

गणतंत्र दिवस के दिन ये सभी नक्सली रढ अभिषेक पल्लव के पास पहुंचे और सरेंडर कर दिया। इनमें कटेकल्याण निवासी आयतु मुचाकी, बामन डेंगा और कमली मड़काम तीनों ऊअङटर अध्यक्ष हैं और तीनों पर एक-एक लाख रुपए का इनाम है। इनके अलावा कटेकल्याण निवासी लखमा मुचाकी, छन्नू कोवासी, पाली मुचाकी, सोमड़ी मड़काम, मड़काम फगनू भी शामिल हैं। यह सभी नक्सली संगठन में ऊअङटर उपाध्यक्ष पद पर रहे हैं।

नक्सली संगठन के ये सदस्य भी मुख्य धारा में लौटे

कटेकल्याण निवासी मड्डा मरकाम, सोमड़ू कवासी, चिकपाल निवासी टिंगरी मरकाम, कटेकल्याण निवासी बामी पोड़ियामी, बामे मड़काम, कोसा कोवासी, जोगी मड़काम, आयते मुचाकी, मड़कम बुधरी, हड़मे मड़काम, जमली पोड़ियामी, कोसी मड़कम सभी ऊअङटरसदस्य और मिलीशिया सदस्य आयतु मड़काम व भीमापारा मारजूम निवासी कुड़ामी लिंगा शामिल हैं। सरेंडर करने वाली कुछ महिलाएं अपने साथ छोटे-छोटे बच्चों को भी लेकर पहुंची थीं।

सरेंडर के बाद हाथ में तिरंगा लेकर किया डांस

यह ‘बदलम एड़का’ यानी कि बदलता मन का असर है। इस बदलते मन और प्रशासन के लोन वरार्टू (घर वापस आइए) अभियान के तहत पिछले 8 माह में 272 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। अभी सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों के खिलाफ सड़क काटने और पुलिस पर हमले के कई थानों में आरोप दर्ज हैं। आत्मसमर्पण किए जाने के बाद रढ अभिषेक पल्लव ने उनके साथ डांस भी किया।