400 स्थानीय युवाओं को “बस्तर बटालियन” में मिलेगा मौका

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। सीआरपीएफ में पहली बार 4 सौ बस्तरिहा की भर्ती आरक्षक पद पर होने जा रही है। “बस्तरिया बटालियन” में शामिल होने जा रहे बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा के युवा अब नक्सलियों से मुकाबला करेंगे। बस्तर में 4 दशकों से पैंठ जमाये बैठे नक्सली संगठन के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने के लिए स्थानीय युवाओं को यह खास मौका दिया जा रहा है। उनकी पोस्टिंग नक्सल इलाकों में करने के साथ ही उन्हें विशेष ट्रेनिंग भी दी जाएगी। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में इनका चयन करने के लिए एक लंबे समय से प्रतीक्षित भर्ती अभियान शुरू हो गया है, जो कि 10 से 20 अक्टूबर तक चलेगा।

पहले से तय मानदंडों में दी गई ढील

सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा के स्थानीय युवाओं के लिए पात्रता मानदंड को आसान बनाए जाने के गृह मंत्रालय द्वारा अपनाए गए कदम का परिणाम है, ताकि वे भी सीआरपीएफ में शामिल हो सकें। केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के लिए सीआरपीएफ में शामिल होने के लिए शैक्षिक मानदंडों में ढील देने के लगभग चार महीने बाद यह कदम उठाया गया है।

144 पद दंतेवाड़ा, 128 पद बीजापुर और 128 पद सुकमा जिले के हिस्से आएंगे

केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर सीआरपीएफ के आइजी ने आरक्षक के चार सौ पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। इनमें से 144 पद दंतेवाड़ा, 128 पद बीजापुर व 128 पद सुकमा जिलों से भरे जाएंगे। बस्तर आइजी सुंदरराज पी ने बताया कि सीआरपीएफ का यह भर्ती अभियान 2017 के भर्ती अभियान का ही हिस्सा है।

वर्तमान बस्तरिया बटालियन होगी मजबूत

वर्तमान में बस्तरिया बटालियन में करीब सात सौ जवान हैं। इनमें युवतियां भी शामिल हैं। इनकी तैनाती सुदूर क्षेत्रों के सीआरपीएफ कैंपों में बाहर से आए जवानों के साथ की गई है। बस्तरिया बटालियन को अधिक सशक्त बनाने के लिए बटालियन में रिक्त पड़े चार सौ अन्य पदों पर भर्ती शुरू की गई है जिसमें स्थानीय युवाओं को मौका दिया जा रहा है।

ऐसा होगा परीक्षा का पैटर्न

सीआरपीएफ कांटेबल बनने परीक्षा में शामिल होने वालों युवाओं से दो पेपर्स लिए जाएंगे। इसमें पहले सामान्य हिन्दी भाषा का वस्तुनिष्ठ और दूसरा हल्बी व गोड़ी बोली में लिखित और मौखिक परीक्षा ली जाएगी। सफल होने वाले अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। परीक्षा बीजापुर जिले के सीआरपीएफ कैंप आवापल्ली, दंतेवाड़ा के कारली स्थित रिजर्व पुलिस लाइन और सुकमा जिले के जिला पुलिस लाइन और सीआरपीएफ 219 बटालियन इंजीराम कोंटा में होगी।

अधिकारियों का मानना है कि स्थानीय युवाओं को सीआरपीएफ में नौकरी मिलने के बाद जरूर बस्तर से नक्सलवाद का अंत होगा और नक्सलियों के खिलाफ सरकार द्वारा लड़ी जा रही लड़ाई में भी काफी फायदा मिलेगा।