रायपुर। भेंट मुलाकात अंतर्गत क्रिएटर्स से मिलने ‘कका मीट क्रिएटर्स’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में युवाओं से संचार के पुराने दौर की चर्चा की. उन्होंने कहा कि पहले दूरदर्शन में समाचार देखते थे. बहुत से अच्छे उद्घोषक और उद्घोषिकाओ को सुनते थे. फिर निजी चैनल आये. अब व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी आ गई है. यह झूठ फैलाने की मशीन बन गई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसों मेहनत से एक छवि तैयार होती है लेकिन दुष्प्रचार से चीजें बिगड़ जाती है. यह किसी की छवि भी बनाती है और बिगाड़ती भी है. आगे बढ़ने के दो तरीके हैं या दूसरों की लकीर छोटी कर दो या अपनी लकीर बड़ी करो. व्हाट्सएप में दूसरा काम होता है. पहले टैलेंट के लिए रास्ता बहुत कठिन था. अब तकनीक के आ जाने से अपनी प्रतिभा को दिखाने की बहुत अच्छी गुंजाइश है. आप सभी इसके पुरोधा है. आप एक जिम्मेदारी लेकर काम करते हैं. इसे आगे बढ़ाइए. देवराज पटेल की स्मृति को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वे बहुत उभरते कलाकार थे. एक बार मेरे घर आये और कहा कि छत्तीसगढ़ में दो लोग हैं मैं औ मोर कका.
बिजली बिल हाफ़ योजना पर शायरी
प्रियंका ने बिजली बिल हाफ़ योजना के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया. इसके साथ ही प्रियंका ने शायरी पढ़ी कि ‘बिजली बिल हाफ के कका अईसन जादू छागै, सिलबट्टा के पताल चटनी मिक्सी म आगै’
मुख्यमंत्री भूपेश से भाठापारा के रवि शर्मा ने कहा कि कका आप जबरदस्त काम कर रहे हैं, मजा आ रहा है. रवि ने कविता पढ़ी-
‘बात हे स्वाभिमान के
छत्तीसगढ़िया अभिमान के
बात हे किसान के
छत्तीसगढ़ के मितान के’
छत्तीसगढ़िया कल्चर का कोई मुकाबला नहीं – मुख्यमंत्री
धमतरी से आए एकांश ने सीएम बघेल से पूछा कि आपको किस तरह का कंटेंट सबसे ज्यादा देखने में मजा आता है ? इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़िया कल्चर का कोई मुकाबला नहीं है, जब मैं वीडियो में छत्तीसगढ़ का कलेवा देखता हूँ, मुंह में पानी आ जाता है.