जगदलपुर। शहर के 61 वर्षीय जानेमाने समाजसेवी किशोर पारेख ने उत्तराखंड की पांगचुरल्ला चोटी पर तिरंगा फहराया है. जिस उम्र में लोग रिटायरमेंट लेकर घर में बैठ जाते हैं उस उम्र में किशोर पारेख ने 15 हजार फीट ऊंची चोटी में पहुंचकर बस्तर और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है. वहीं इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किशोर पारेख को बधाई दी है.
"लहरा दो सरकशी का परचम लहरा दो"
हमारे छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर के किशोर पारेख जी ने माइनस 7 डिग्री में 15 हजार फीट ऊंची उत्तराखंड की पांगरचुल्ला चोटी में तिरंगा लहराकर एक नया कीर्तिमान रचा है।
उम्र को बाधा न मानकर किशोर जी के इस जज्बे से पूरा छत्तीसगढ़ गौरवान्वित है। उनको… pic.twitter.com/f5JWBXKVSm
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) May 11, 2024
सीएम विष्णुदेव साय ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है, “लहरा दो सरकशी का परचम लहरा दो”. हमारे छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर के किशोर पारेख जी ने माइनस 7 डिग्री में 15 हजार फीट ऊंची उत्तराखंड की पांगरचुल्ला चोटी में तिरंगा लहराकर एक नया कीर्तिमान रचा है. उम्र को बाधा न मानकर किशोर जी के इस जज्बे से पूरा छत्तीसगढ़ गौरवान्वित है. उनको बहुत-बहुत बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं.
बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिले में बर्फ से ढका पांगचुरल्ला पहाड़ स्थित है. यहां तक पंहुचने के लिए किशोर पारेख और उनके टीम को 10 दिन लगे. 15 हजार फीट ऊंची चोटी पर चढ़ाई करने की शुरुवात 26 अप्रैल से की थी. 6 मई की सुबह लगभग 8 बजे किशोर पारेख 15 सदस्यों के दल के साथ चोटी पर पंहुचे. पांगचुरल्ला की चोटी पर -10 डिग्री तापमान का सामना करना पड़ा.
गौरतलब है की पांगचुरल्ला पहाड़ की चोटी में पहुंचने के इस अभियान में कुल 15 लोग शामिल हुए. इनमें से अधिकतर कर्नाटक के मैसूर और बैंगलोर से थी. जबकि छत्तीसगढ़ से किशोर पारेख शामिल हुए. किशोर पारेख पूर्व में बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष भी रह चुके है.