हेलो! मैं JIO कंपनी से बोल रहा हूं। आप हमारे लकी ड्रॉ विजेता हैं। आपने 5 लाख रुपए और एक लग्जरी कार जीती है। पैसे खाते में ट्रांजेक्शन करने और कार की होम डिलीवरी करने के लिए आपको कुछ राशि ऑनलाइन जमा करनी होगी।’
यदि आप के पास भी किसी अनजान नंबर से ऐसे कॉल आएं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि ये साइबर ठगों का जाल है। जगदलपुर की एक दिव्यांग युवती इन ठगों के जाल में फंस गई। ठग ने 6 साल तक लगातार पैसे ट्रांजेक्शन करवाए और 9 लाख रुपए की ठगी कर ली। हालांकि, शिकायत के बाद अब बस्तर पुलिस ने मध्य प्रदेश के आरोपी धर्मेंद्र कुशवाह को पकड़ लिया है। पूछताछ के बाद इसे जेल भेज दिया गया है।
ऐसे हुआ फ्रॉड
जगदलपुर में ITI कन्या छात्रावास के पास रहने वाली युवती अरुणा साहू ने जनवरी 2025 में रिपोर्ट दर्ज करवाई। इन्होंने पुलिस को बताया कि, 2019 में उसके आप एक अनजान नंबर से कॉल आया था। फोन करने वाला युवक खुद को JIO कंपनी का कर्मचारी बताया।
उसने कहा कि, आप 5 लाख रुपए और एक लग्जरी कार जीत गईं हैं, लेकिन कार की होम डिलीवरी और 5 लाख रुपए बैंक खाते में ट्रांजेक्शन के लिए कुछ नॉमिनल चार्ज देने होंगे। जिसके बाद युवती ठग के झांसे में आ गई और उसने फोन-पे के माध्यम से पैसे दे दिए।
CBI जांच की बात कर की ठगी
इसी बीच ठग ने कहा कि, कार होम डिलीवरी के लिए आ रही थी लेकिन बीच रास्ते में कार का एक्सीडेंट हो गया। कार आप के नाम पर है। इसलिए आप के नाम पर केस होगा। इस केस की फाइल CBI को सौंपी जा रही है। जेल भी जा सकते हो। यदि चाहते हो केस न हो तो पैसे डाल दो।
युवती पुलिस केस से डर गई और उसने पैसे डाल दिए। युवती से ठगी का ये सिलसिला साल 2019 से लेकर 2025 तक चलता रहा। 31 जनवरी 2025 तक उससे 9 लाख रुपए की ठगी हो गई।
मामला संज्ञान में आते ही तत्काल एक्शन लिया
जब यह मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो तत्काल एक्शन लिया गया। युवती से वो सारे मोबाइल नंबर और बैंक खाता लिया गया जिससे उसके पास फोन आया था और उसने पैसे ट्रांजेक्शन किए थे। मामल साइबर से जुड़ा हुआ था इसलिए साइबर सेल की मदद ली गई।
SP ने बनाई थी अफसरों की टीम
SP शलभ सिन्हा ने DSP गीतिका और निरीक्षक सुरेश जांगड़े समेत अन्य जवानों की एक टीम बनाई। जिसके बाद लगातार टीम ने ठग का पता लगाने की कोशिश की। वहीं ठग का लोकेशन मध्य प्रदेश के रेवाड़ी का शो हुआ। जिसके बाद टीम को मौके पर भेजा गया।
पलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपना नाम धर्मेंद्र कुशवाह बताया। पुलिस ने इसके पास से दर्जनों मोबाइल सिम, फोन समेत अन्य सामान बरामद किए। नगर पुलिस अधीक्षक आकाश श्रीश्रीमाल ने आज प्रेसवार्ता कर मामले का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि आरोपी को जेल भेज दिया गया है। वहीं साइबर ठगी का शिकार होने से बचने के लिए सतर्क रहने की अपील की है।