प्रवासी पक्षियों के कलरव से गूंज रहा ग्राम लचकेरा

Chhattisgarh Crimes

फिंगेश्वर। प्रवासी पक्षियों (ओपन बिल स्टार्क) के कलरव से इन दिनों लचकेरा ग्राम गूंज उठा है। ग्रामीण इनके आने को मानसून की दस्तक मानकर खेती किसानी के काम में जुटने लगते हैं। बड़े-बुजुर्ग बताते हैं कि हजारों किलोमीटर दूरी का फासला तय कर प्रवासी पक्षी लंबे समय से यहां आ रहे हैं। प्रजनन काल के बाद नवजात बच्चों के साथ अक्टूबर-नवंबर तक ये वापस हो जाते हैं।

शिकार करने पर लगेगा 1 हजार रुपए का जुर्माना

सूखा नदी तट पर घनी आबादी वाले इस गांव के खेत खलिहान बाड़ी व घरों का कोई भी पेड़ नहीं बचता जिस पर इनका बसेरा न हो। पूरा गांव इनकी देख रेख करता है। पक्षियों के पहुंचते ही बैठक आहूत कर फरमान जारी किया जाता है कि इनका शिकार न करें वरना 1000 रुपए जुमार्ना देना पड़ेगा।

ग्रामीण इन्हें शुभ मानते हैं

ओपन बिल स्टार्क विदेशी नामक ये पक्षी कीट-पतंगे व गंदगी को भोजन बनाते हैं जिससे ग्रामीण सुरक्षित रहते हैं। खेतों में भी इनके द्वारा कीट पतंगों को खाने से फसल सुरक्षित रहती है जिसके चलते ग्रामीण इनके आने को शुभ मानते हैं।